साल के अंतिम पड़ाव पर बारिश, बारिश का पानी संग्रहित करने का सपना अधूरा
हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने पर विभाग नही दे रहा ध्यान

सारंगपुर

बारिश के मौसम में ही गर्मी के समय आने वाले पानी की परेशानी को दूर किया जा सकता है। एक तरफ जलाशय भरना तो दूसरी तरफ जमीन का जल स्तर बढ़ाने के लिए पारंपरिक साधनों को महत्व देने से लाभ मिलता है। लेकिन इसी समय लापरवाही दिख रही है। बारिश का दौर चल रहा है, भवनों से गिरने वाले पानी का उपयोग करने की कोई तैयारी या गंभीरता कहीं नहीं दिखाई दे रही है। खासकर जो सरकारी अमला दूसरों को पानी बचाने का संदेश देता है। उसके स्वंय के भवनों से ही बारिश का पानी व्यर्थ बह रहा है। वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर कोई गंभीरता नगर और ग्रामीण क्षेत्र में नहीं दिख रही है।

गर्मियों में सूख जाते सैकड़ों बोरिंग व हैंडपंप :

बता दे की नगर सहित कस्बों में भी निजी बोर सूख जाते हैं। बारिश के मौसम में पानी की बचत नहीं करने पर गर्मियों में ये हालात बनते हैं। भवन निर्माण के दौरान ही वाटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम को लागू करने को लेकर गंभीर प्रयास नहीं किए जा रहे। नतीजा ये है कि पिछले कई वर्षो से नगर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों का जल स्तर लगातार गिर रहा है।

लाखों के मकानों में भी व्यवस्था नदारद :

वाटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम का क्या फायद होता है। इसको लेकर आम लोगों में जागरुकता की कमी है। नगर में सैकड़ों मकान ऐसे हैं, जहां बारिश के पानी को सहजने की कोई व्यवस्था नहीं है। पिछले 10 वर्षों में नगर में तेजी से भवन निर्माण हुए है, लेकिन किसी ने भी वर्षाजल को सहेजने में रुचि नहीं दिखाई है। लोग भवन निर्माण में लाखों रुपया पानी की तरह बहा रहे हैं, लेकिन वाटर हार्वेस्टिंग के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं।

क्या है वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम :

बारिश के पानी को एकत्रित कर जमीन में पाइप के माध्यम से उतारना वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम कहलाता है। ये सिस्टम इस्तेमाल करने से जमीन का जलस्तर कम नहीं होता। कई बड़े शहरों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को अनिवार्य किया गया है, जिसके बेहतर नतीजे भी देखने को मिले हैं। हालांकि नगरीय पालिका विभाग में इस सिस्टम को क्षेत्र में बनी छत पर लगाना अनिवार्य किया है। मगर नगर में कई जगह बड़े मकान बन चुके हैं। उनमें कहीं पर भी ये सिस्टम लगा दिखाई नहीं देता है।

हैंडपंप के समीप भवनों का हो उपयोग :

भीषण गर्मी के दौर में अक्सर देखा जाता है कि बोरिंग और हैंडपंप साथ छोड़ देते हैं। जानकारों का कहना है कि इस स्थिति से निपटने के लिए हैंडपंप और बोरिंग के समीप स्थित सरकारी स्कूल, हॉस्टल, अन्य भवनों पर वाटर हार्वेस्टिंग करें, तो समस्या का हल हो सकता है।

नोटिस देंगे
हार्वेस्टिंग सिस्टम को लेकर नपा द्वारा पहले भी निर्देश जारी किए जा चुके है। अगर भवनों के निर्माण में सिस्टम की अनदेखी हो रही है तो संबंधित को नोटिस जारी किए जाएंगे।
लालसिंह डोडिया नपा सीएमओ सारंगपुर