अनियमित जीवनशैली के साथ लक्षणों की अनदेखी बढ़ा रही अटैक का खतरा क्षेत्र में पिछले कुछ सालों में बढ़ी दिल की बीमारी, साइलेंट अटैक का ज्यादा खतरा

अनियमित जीवनशैली के साथ लक्षणों की अनदेखी बढ़ा रही अटैक का खतरा
क्षेत्र में पिछले कुछ सालों में बढ़ी दिल की बीमारी, साइलेंट अटैक का ज्यादा खतरा
सारंगपुर
कोविड के बाद गलत लाइफ स्टाइल, अनियमित खानपान, अत्यधिक तनाव आदि के चलते कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर सहित मोटापे से हार्टअटैक का खतरा बढ़ता जा रहा है। इसके सर्वाधिक शिकार युवा हो रहे हैं। यही वजह है कि पिछले कुछ सालों में दिल की बीमारी तेजी से बढ़ी है। पहले 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को ही हार्ट अटैक ज्यादा पड़ता था, लेकिन अब 40 साल से कम उम्र के लोगों को भी हार्ट अटैक पड़ रहा है। कुछ सालों में साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा भी ज्यादा बढ़ गया है। डॉक्टरों का कहना है कि सीने में दर्द को गैस का दर्द न समझें, यह हार्ट अटैक के लक्षण भी हो सकते हैं। अक्सर देखने में आता है कि लोग दर्द को हल्के में ले लेते हैं या फिर अपने काम में इतने व्यस्त रहते हैं कि टेंशन के चलते दर्द को भुला देते हैं। लेकिन यह हार्ट के लक्षण हो सकते हैं। चिकित्सकों के अनुसार बेचैनी, दर्द, सांस लेने में तकलीफ के लक्षण दिखाई देने पर शारीरिक गतिविधि बंद कर देनी चाहिए और चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए।
अस्पताल में नहीं कॉर्डियोलॉजिस्ट :
स्वास्थ्य सेवाओं में पिछड़े सारंगपुर के सिविल अस्पताल में एक भी कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर नहीं है। जिसके कारण दिल के मरीजों का अटैक आने के बाद शाजापुर, उज्जैन या इंदौर रैफर करना पड़ता है। लेकिन जब तक मरीज इन शहरों में पहुंचता है, तब तक कई बार रास्ते ही मरीज दम तोड़ देता है। जबकि सिविल अस्पताल में प्रतिदिन औसतन अदादर्जन मरीज दिल की बीमारी से संबंधित आते हैं।
यह रखें सावधानियां...
बाहर का खाना व तली हुई चीजें, पिज्जा और पास्ता खाने से बचें, नमक का अत्यधिक सेवन न करें।
जिम जाने वाले युवाओं को प्रोटीन पाउडर का उपयोग नहीं करना चाहिए।
30 वर्ष से अधिक उम्र वाले सभी युवाओं को जांच कराना चाहिए।
खाने में पुरुषों को दिन में 2500 कैलोरी और महिलाओं को 2000 कैलोरी लेनी चाहिए।
हृदयाघात से बचाव के लिए ये लें संकल्प...
1 जीरो शुगर युक्त संतुलित आहार आपकी अच्छी सेहत में सहायक होगा।
2 गेहूं के उपयोग में कमी करें। बाजरा, ज्वार, मक्का, चना, रागी, सोयाबीन आदि का उपयोग बढ़ाएं।
3 प्रोटीन की अच्छी मात्रा लें। तेल-घी कम मात्रा में और कच्ची फल सब्जी लेने का प्रयास करें।
4.दस हजार कदम रोज चलने का नियम अपनाएं। जो रोज चलते हैं, वो ज्यादा चलते हैं।
5.लगातार बैठने के समय में 50 फीसदी कमी से 80 फीसदी तक बीमारियों में कमी की जा सकती है।
6.मांसपेशियों को संरक्षित रखने के लिए पुशअप, वजन उठाने इत्यादि जैसे कुछ शक्ति अभ्यास आवश्यक है। सूर्य नमस्कार समग्र फिटनेस के लिए सर्वोत्तम व्यायाम है।
7.मोबाइल का उपयोग कम करें। ध्यान और समुचित नींद का नियम बनाएं।
बढ़ा साइलेंट अटैक
हार्ट की समस्या तेजी से बढ़ी है। इसमें 30 से 50 वर्ष के लोग भी शिकार हो रहे हैं। साइलेंट अटैक वाले रोगियों को पहले से डायबिटीज, किडनी या अन्य बीमारी होती है। ऐसे लोगों को यह ज्यादा आता है। इसमें खान पान का विशेष ख्याल रखना चाहिए।
डॉ. मनीष चौहान अधीक्षक सिविल अस्पताल