बजट के अभाव में बंद हो गई दूध उत्पादन को बढ़ावा देने वाली योजना 2023 में हुई थी गोपाल पुरस्कार योजना के तहत प्रतियोगिता
बजट के अभाव में बंद हो गई दूध उत्पादन को बढ़ावा देने वाली योजना
2023 में हुई थी गोपाल पुरस्कार योजना के तहत प्रतियोगिता
सारंगपुर
पशुपालन और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई गोपाल पुरस्कार योजना बंद पड़ी हुई है। सारंगपुर में करीब 2 साल पहले फरवरी 2023 में आखिरी बार इस योजना के तहत प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था, लेकिन 2024 बीतने वाला है और इस साल गोपाल पुरस्कार योजना की अब तक कोई प्रतियोगिता नहीं हुई। विभागीय जानकारों की माने तो सरकार ने न बजट आवंटित किया और न योजना को लेकर कोई आदेश जारी किया।
बता दें कि कोरोना महामारी के चलते 2020 और 2021 में भी इस योजना का आयोजन नहीं हो पाया था। पशुपालकों के लिए यह योजना एक महत्वपूर्ण अवसर होती है। इसके तहत पशुपालक अच्छी नस्ल के दुधारू पशुओं के पालन की तरफ आकर्षित होते थे। योजना के तहत सबसे ज्यादा दूध देने वाले पशु के मालिक को पशु की बेहतर देखभाल और अधिक दूध उत्पादन के लिए सम्मानित भी किया जाता था।
आदेश का कर रहे इंतजार :
पशुपालन विभाग के सूत्रों की माने तो बजट के अभाव में गोपाल पुरस्कार योजना आयोजित नहीं हो रही है। इसको लेकर शासन से भी अब तक कोई आदेश नहीं आया। आगामी समय में आदेश जाएगा तो हितग्राहियों को लाभ दिया जाएगा। वही गोपालकों का का कहना है कि शासन की इस योजना के बंद पड़ी होने से दुग्ध उत्पादन पशुओं की रखने की संख्या घटती नजर आ रही है
पशुपालकों को वित्तीय सहायता मिलती थी :
गोपाल पुरस्कार योजना का उद्देश्य राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देना और पशुपालकों को प्रोत्साहित करना है। इस योजना के तहत हर साल प्रतियोगिता होती थी। जिसमें किसानों को उनकी गायों की गुणवत्ताए, उत्पादन क्षमता और देखभाल के आधार पर चमत्कार की और देखे जाते थे। गोपालक, पशुपालक योजना के फिर से शुरू होने का इंतजार कर रहे है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस योजना के माध्यम से पशुपालक को न केवल वित्तीय सहायता मिलती थी, बल्कि साथ ही दुधारू पशुओं को रखने की ललक भी बढ़ी हुई देखी जा रही थी।
योजना पर एक नजर :
गोपाल पुरस्कार योजना मध्य प्रदेश शासन की एक योजना है। इसका मकसद देशी नस्ल की गायों और भैंसों को ज़्यादा से ज्यादा दूध देने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस योजना में भाग लेने के लिए, ज्यादा से ज्यादा दूध देने वाली 10 गायों और 10 भैंसों के लिए पशु चिकित्सा संस्थानों से आवेदन लिए जाते हैं। योजना के तहत विकासखंड, जिला और राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। इन प्रतियोगिताओं में सबसे ज्यादा दूध देने वाली गायों और भैंसों को पुरस्कृत
जिला स्तर का है मामला
अब गोपाल पुरस्कार योजना प्रतियोगिता जिला स्तर पर ही होती है, इस संबंध में जिला चिकित्सा अधिकारी ही बता पाएंगे।
अमित शाक्य पशु चिकित्सा अधिकारी सारंगपुर