व्यवस्था या परेशानी,,? हाइवे किनारों पर गाड़ी खुटिया, बांधी रस्सी, आवागमन हो रहा बाधित
व्यवस्था या परेशानी,,? हाइवे किनारों पर गाड़ी खुटिया, बांधी रस्सी, आवागमन हो रहा बाधित
अफसरों की नाक के नीचे ऐसी अव्यवस्था, सड़क से पैदल गुजर रहे राहगीरों को सरपट दौड़ते वाहनों की दुर्घटना होने का सता रहा डर।
सारंगपुर
राजगढ़ जिले के सारंगपुर शहर के मध्य से गुजरे आगरा बॉम्बे राष्ट्रीय राजमार्ग की पुरानी सडक पर अफसरों की नाक के नीचे अव्यवस्था देखने को मिली है। न्यायलय तहसील दफ्तर में वाहन पार्किंग की व्यवस्थाओं के नाम पर मनमाने ढंग से सडकों के किनारे खुटियों के सहारे रस्सियां बांध दी गई हैं। इससे न केवल वाहनों की आवाजाही रोकी गई बल्कि पैदल चलने वाले राहगीरों को भी सडक पर चलना मजबूरी हो गई है। इस रास्ते से पैदल चलकर सैकड़ों राहगीर रोजाना सुबह शाम तक निकल कर पहुंच रहे हैं।
दुर्घटना का अंदेशा :
आवागमन के दौरान हाईवे पर सरपट गुजरते वाहनों से इन्हें दुर्घटना का खतरा बना हुआ है, क्योंकि सडक किनारे रस्सियां बांधने से सडक किनारे पैदल चलने के लिए मुक्त जगह शेष नहीं बची है। स्थानीय लोग व राहगीर इस अव्यवस्था से खासे परेशान हो रहे हैं, खासकर वे राहगीर जो अक्सर इस रास्ते पैदल चलकर गुजर रहे हैं।
यह भी है वजह, सडक किनारे न हो अवैध पार्किंग :
रस्सियां बांधने के पीछे जिम्मेदारों का मानना है कि दफ्तर में वाहनों से आने वाले लोग अक्सर हाईवे के किनारे अपने वाहन अवैध रूप से पार्क कर रहे हैं, इससे न केवल अव्यवस्थाएं हो रही, बल्कि तहसील दफ्तर में वाहन पार्किंग संचालित करने वाली एजेंसी को भी इससे आर्थिक नुकसान हो रहे हैं। यही वजह है कि जिम्मेदारों ने गैर जिम्मेदारीपूर्वक हाईवे के किनारों पर खुटियां के सहारे रस्सियां तान दी हैं।
अनदेखी यहीं से गुजरते अफसरों के वाहन, इन्हें समस्या से सरोकार नहीं :
शहर के प्रमुख मागों में शामिल नेशनल हाईवे के पुराने मार्ग पर होकर अधिकारी अक्सर अपने दफ्तरों में आवाजाही करते हैं। हाईवे पर जहां खुटियों के सहारे रस्सियां बांधकर हाईवे किनारों पर आवागमन बाधित किया गया है, वहीं तहसील, अनुविभाग, जनपद, सिविल अस्पताल सहित अन्य दफ्तर हैं। इन दफ्तरों के लिए अफ्सर. कर्मचारी हाईवे से ही आवागमन कर रहे, पर इन्हें समस्या से कोई सरोकार नहीं है।
हजारो वाहनों की आवाजाही
नेशनल हाईवे के पुराने मार्ग पर अब भी बडी संख्या में छोटे, बडे वाहनों की आवाजाही रहती है। अकोदिया नाके से लेकर बस स्टैंड तक के दायरे में यात्री बसें भी नियमित रूप से संचालित हो रही हैं। इनके अलावा छोटे, बडे काम से सरकारी दफ्तरों में आने जाने वाले ग्रामीण, स्थानीय रहवासी व विद्यार्थी इसी रास्ते से आवागमन कर रहे हैं, ऐसे में ये मार्ग काफी महत्वपूर्ण है।
सरकारी छात्रावास भी हाईवे से सटा :
नेशनल हाईवे के पुराने मार्ग के किनारे रिक्त सरकारी जमीन का उपयोग सरकारी भवन बनाने के लिए किया जा रहा है। इसी मार्ग पर सरकारी कन्या शाला स्थित है। समीप में एक सरकारी छात्रावास भी निर्माणाधीन है। इसके निर्माण में अनदेखी ऐसी कि हाईवे से कुछ ही दूरी पर इसका निर्माण हो रहा।
क्या कहना है इनका
तहसील परिसर के वाहनों का ठेका जिस भी ठेकेदार ने लिया है, उसी ने हाईवे किनारे खुटिया गाड़ी है। एसडीएम साहब या तहसीलदार साहब को इस संबंध में कार्रवाई करना चाहिए।
लालसिंह डोडिया नपा सीएमओ सारंगपुर