पुलिस ने नहीं लिखी रिपोर्ट तो फरियादी ने खाया जहर युवक की उपचार के दौरान हुई मौत, परिजनों ने थाना का किया घेराव
पुलिस ने नहीं लिखी रिपोर्ट तो फरियादी ने खाया जहर
युवक की उपचार के दौरान हुई मौत, परिजनों ने थाना का किया घेराव
सारंगपुर
राजगढ़ जिले के लीमा चौहान थाना क्षेत्र के टोली घाटा गांव में बुधवार को हुई मारपीट की एफआईआर लिमाचोहान थाने में दर्ज नहीं करने से नाराज 30 वर्षीय युवक ने दो दिन पहले जहर पी लिया था। शुक्रवार शाम युवक की इंदौर में उपचार के दौरान मौत हो गई। इसके बाद परिजन एंबुलेंस से शव लेकर थाने पहुंचे और घेराव कर दिया। करीब एक घंटे तक हंगामें की सूचना मिलते ही सारंगपुर एसडीओपी अरविंद सिंह लीमा चौहान थाने पहुंचे और परिजनों को समझाइश दी। इसके बाद शाम 5 बजे परिजन अंतिम संस्कार के लिए शव ले गए। जानकारी देते हुए टोली घाटा गांव में रहने वाले जीवन राजपूत और राधेश्याम राजपूत ने बताया कि 20 नवंबर को उनके भाई कालू सिंह की गांव के ही जयनारायण यादव से मारपीट हो गई थी। कालू सिंह उसी दिन आवेदन लेकर थाने पहुंचा, लेकिन पुलिस ने एफआईआर नहीं लिखी और भगा दिया। इससे दुःखी होकर कालू सिंह गांव आया और पेस्टीसाइड पी लिया। उसे गंभीर अवस्था में शाजापुर से इंदौर ले जाया गया, लेकिन कालू की शुक्रवार सुबह इंदौर में इलाज के दौरान मौत हो गई। शुक्रवार शाम 4 बजे इंदौर से एम्बुलेंस में कालू का शव लेकर लीमा चौहान थाने पहुंचे। यहां परिजन आरोपी जयनारायण यादव के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने की मांग करने लगे।
घटना की जानकारी लगते ही एसडीओपी अरविंद सिंह पहुंचे। थाने का घेराव कर रहे परिजनों को समझाइश देते हुए, उन्हें समझाया कि छोटी सी लड़ाई के बाद युवक ने जहर खाया है। बयान और जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। करीब एक घंटे की समझाइश के बाद लोग माने और शव को घर ले गए। थाने में एफआईआर क्यों नहीं लिखी गई..? यह सवाल जब एसडीओपी अरविंद सिंह से किया गया तो उन्होंने बताया कि मारपीट का मामूली मामला था। इसलिए दोनों को आपस में बातचीत कर लेने की समझाइश दी गई थी।