जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, टेंट एवं डी.जे. व्यावसायियों की कार्यशाला आयोजित सभी ने एक स्वर में इन कुप्रथाओं को दूर करने में सहयोग करने लिया संकल्प
जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, टेंट एवं डी.जे. व्यावसायियों की कार्यशाला आयोजित
सभी ने एक स्वर में इन कुप्रथाओं को दूर करने में सहयोग करने लिया संकल्प
राजगढ //
राजगढ जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने एवं नातरा झगडा कुप्रथा को समाज से खत्म करने क उददेश्य से बुधवार को जनप्रतिनिधियों, धर्मगुरूओं, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, पुलिस अधिकारियों, टेंट एवं डी.जे. व्यवसायियों की कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में सभी ने एक स्वर में इन कुप्रथाओं को दूर करने में अपना सहयोग प्रदान करने का संकल्प लिया। कार्यशाला में जिला पंचायत अध्यक्ष चंदर सिंह सौंधिया, विधायक खिलचीपुर हजारीलाल दांगी, कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा, पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत महीप किशोर तेजस्वी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष चंदर सिंह सौंधिया ने कहा कि समाज से बाल विवाह, नातरा झगडा जैसी कुप्रथाएं रोकने के लिए सभी के समन्वित प्रयासों की जरूरत है। शिक्षा के बढते प्रयास से समाज से धीरे-धीरे यह कुरीतियां समाप्त हो रही है। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से अपील की कि इस तरह की बुराईयों को दूर करने के लिए कृत संकल्पित हों। विधायक खिलचीपुर हजारीलाल दांगी ने कहा कि बाल विवाह रोकने जागरूकता कार्यशाला का आयोजन सराहनीय है। सामाजिक जागरूकता से ही ऐसी कुरीतियां समाप्त होगी। इस तरह की कुरीतियां को समाप्त करने में पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों के प्रयासों को न रोका जाए। कार्यशाला में कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने कहा कि बाल विवाह, नातरा झगडा जैसी कुप्रथा को रोकने में सहयोगी बनने वाले सामाजिक एवं अशासकीय संगठनों को प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा। स्थानीय स्तर के जनप्रतिनिधियों से भी अपेक्षा है कि वे इन कुरीतियों को रोकने में सहयोग करें। जो भी व्यक्ति इन कुरीतियों को बढावा देने में शामिल होगा उसके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने कहा कि जिले में इन कुप्रथाओं के विरोध में बेहतर जागरूकता देखने को मिल रही है। सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से अपेक्षा है कि इन कुप्रथाओं के प्रति जनजागरूकता लाने के लिए ग्राम स्तर पर काम करें। कार्यशाला को पूर्व विधायक रघुनंदन शर्मा, समाज सेवी राजेश खरे, देवी सिंह सौधियां, सुश्री मोना सुस्तानी, नारायण सिंह, श्रीमती अनिता दुबे, मनीष जोशी, श्री के.पी. पंवार, दरियाव सिंह तंवर, फूल सिंह तंवर, सुश्री मालवीय, मुफ्ती शाकिर, एवं अन्य समाजसेवियों ने भी संबोधित कर बाल विवाह रोकने में अपना सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।
अशासकीय संगठन के प्रतिनिधि श्री मनीष दांगी ने जिले में बाल विवाह रोकने के लिए किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला। अंत में विधायक हजारीलाल दांगी ने सभी को इन कुप्रथाओं को रोकने के लिए प्रयास करने का संकल्प दिलाया। जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्याम बाबू खरे ने बताया कि बाल विवाह से संबंधित सूचना अपने क्षेत्र के अधिकारियों व कलेक्ट्रेट में स्थित जिला कंट्रोल रूम दी जा सकती है। जिस पर तुरंत कार्यवाही की जाएगी। कार्यशाला का संचालन वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक श्रीमती रश्मि चौहान द्वारा किया गया।