एक एसडीएम, तीन प्रभार, कैसे मिलेगा क्षेत्रीय लोगों को न्याय एक महीने से खाली पड़ी एसडीएम की कुर्सी, ब्यावरा एसडीएम के भरोसे सारंगपुर
एक एसडीएम, तीन प्रभार, कैसे मिलेगा क्षेत्रीय लोगों को न्याय
एक महीने से खाली पड़ी एसडीएम की कुर्सी, ब्यावरा एसडीएम के भरोसे सारंगपुर
सारंगपुर
राजगढ़ जिले के सारंगपुर में एसडीएम की कुर्सी करीब एक माह से खाली होने के कारण लोगों के कार्य समय पर नहीं हो पा रहे हैं। इससे लोग परेशान हैं। लोगों का कहना है कि एसडीएम की कुर्सी खाली होने के कारण हमारे काम पिछले एक माह से अटके पड़े हैं। प्रशासन के उच्च अधिकारियों को लोगों की समस्याएं पर ध्यान देने की आवश्यकता है , साथ ही सारंगपुर मुख्यालय पर मूल रूप से राजस्व अनुविभागीय अधिकारी की पोस्टिंग कर लोगों को होने वाली समस्या का तत्काल निवारण करना चाहिए।
गोरतलब है की एसडीएम कार्यालय में अनुविभागीय अधिकारी की कुर्सी बीते एक महीने से खाली पड़ी है। 31 अगस्त को रिटायर हुए अनुविभागीय अधिकारी संजय उपाध्याय के बाद ब्यावरा एसडीएम गीतांजलि शर्मा को प्रशासनिक प्रभार सौंपने के बाद अब तक इस पद पर किसी भी अधिकारी की मूल पदस्थापना नहीं हो पाई है। जिस कारण प्रतिदिन होने वाले राजस्व संबंधी कामकाज प्रभावित हो रहे है। वहीं फसल बीमा, मुवाजा, जैसी योजनाओं का लाभ लेने वाले किसानों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इधर, प्रतिदिन बड़ी संख्या में जो लोग एसडीएम कार्यालय में सरकारी कामकाज के लिए आ रहे है, वे बेरंग वापस लौट रहे है।
सूत्रों की माने तो एसडीएम के नहीं होने से लोक सेवा केन्द्र में जिन लोगों के द्वारा जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया गया है, उनकी समय सीमा पूरी होने के बाद भी प्रमाण पत्र जारी नहीं हो पा रहा है।
पचोर परिषद के साथ शामिल 98 पंचायत :
क्षेत्रीय लोगों ने सरकार व कलेक्टर का ध्यान आकर्षित कराते हुए शीघ्र ही अनुविभागीय अधिकारी के पद पर मूल पदस्थापना करने की मांग की है। अनुविभाग अंतर्गत सारंगपुर तहसील, नगर पालिका सारंगपुर,पचोर नगर परिषद सहित जनपद क्षेत्र की 98 ग्राम पंचायत की जनता आश्रित है। क्षेत्र में 200 से अधिक गांव समाहित है। जहां के लोग हर रोज कोई ना कोई विषय को लेकर अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय आते ही है। मगर, एसडीएम के नहीं होने से ग्रामीणों के जरूरी कार्य नहीं हो पा रहे है।
अटक रहे राजस्व, न्यायालीन कार्य :
बता दें कि अनुविभागीय अधिकारी को राजस्व प्रकरण, भू-अर्जन प्रकरण, अवैध उत्खनन के खनिज प्रकरण, आर्थिक सहायता राशि के स्वीकृति संबंधी प्रकरण, डायवर्सन प्रकरणों का निराकरण और संधारण जैसे कर्तव्य का अधिकार है। जिस वजह से उक्त कार्य प्रभावित हो रहे है। इसके अलावा दंड प्रक्रिया संहिता के तहत तत्कालीन धारा 98, 107-116, 133, 145, 151 के तहत प्रकरणों का निराकरण व मजिस्ट्रियल जांच कानून व्यवस्था आदि कार्य के भी अधिकार प्राप्त है। इस वजह से प्रकरणों का निराकरण नहीं हो पा रहा है।
नही हो पा रही मॉनिटरिंग :
ज्ञात हो की ब्यावरा एसडीएम गीतांजलि शर्मा के पास सारंगपुर सहित नरसिंहगढ़ एसडीएम का प्रभार होने के कारण क्षेत्र के लोगों के कई काम काज प्रभावित हो रहे है। साथ ही शासन की मंशा अनुरूप सबसे महत्वपूर्ण कार्य प्रशासनिक अधिकारियों के बीच समन्वय बनाना और मीटिंग का आयोजन कराना जैसे कार्य एसडीएम का पद खाली होने से अभी अटके हुए है। जिन विभाग प्रमुखों की कुर्सी खाली होती है उनके स्थान पर प्रभार पर चल रहे अधिकारियों का काम काज का दायरा बढ़ जाता है। ऐसे में वे प्रभारी विभाग के दफ्तरों की फाइल के निपटारे के लिए एक दो घंटे ही समय दे पातीं हैं। क्योंकि ऐसे अधिकारियों को अपने मूल पद के दायित्वों का भी निर्वहन करना पड़ता है। इसके चलते अतिरिक्त प्रभार वाले आफिसों के लिए एक दो घंटे ही समय दे पाते हैं। बड़ी बात यह है कि ऐसे अधिकारियों के मत्थे दर्जनों काम होते है। इसके चलते प्रभार वाले काम को दूसरे क्रम में प्रियारिटी देते हैं। वहीं सप्ताह में एक दो दिन ही समय दे पाते हैं। ऐसे में उक्त विभाग की फाइल पेंडिंग रहती है। क्षेत्रीय लोगों ने समस्याओं को ध्यान में रखते हुए राज्य मंत्री गौतम टेटवाल से शीघ्र ही अनुविभागीय अधिकारी के पद पर पदस्थापना करने की मांग की है। जिससे जनता को बीते एक महिनों से होने वाली परेशानियों से निजात मिल सकें।
जिले में अधिकारियों कर्मचारियों के रिक्त पदों की पूर्ति के लिए हमने उच्च स्तर पर पत्राचार किया है।
गिरीश कुमार मिश्रा कलेक्टर राजगढ़