सैकड़ो ट्रैक्टर-ट्राली के साथ रैली निकाल कर किसानों ने किया शक्ति प्रदर्शन एसडीएम ज्ञापन लेने नहीं पहुंची तो एबी रोड पर धरने पर बैठे किसान। 2 घंटे तक लगा रहा जाम। कलेक्टर से दूरभाष पर बात करने के बाद माने किसान सोयाबीन का भाव छ: हजार प्रति क्विंटल करने सहित 12 सूत्रीय मांगों का तहसीलदार को दिया ज्ञापन
सैकड़ो ट्रैक्टर-ट्राली के साथ रैली निकाल कर किसानों ने किया शक्ति प्रदर्शन
एसडीएम ज्ञापन लेने नहीं पहुंची तो एबी रोड पर धरने पर बैठे किसान। 2 घंटे तक लगा रहा जाम।
कलेक्टर से दूरभाष पर बात करने के बाद माने किसान
सोयाबीन का भाव छ: हजार प्रति क्विंटल करने सहित 12 सूत्रीय मांगों का तहसीलदार को दिया ज्ञापन।
सारंगपुर
राजगढ़ जिले के सारंगपुर में 300 से अधिक ट्रैक्टर-ट्राली के साथ रैली निकाल कर किसानों ने शुक्रवार को सारंगपुर अनुविभाग मुख्यालय में अपना शक्ति प्रदर्शन किया और प्रभारी एसडीएम ज्ञापन लेने नहीं पहुंची, तो सभी आक्रोशित किसान एसडीएम कार्यालय के सामने भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों के नेतृत्व में पुराने एबी रोड पर धरने पर बैठ गए
और तहसीलदार, एसडीओपी, थाना प्रभारी किसी से भी कोई बाद करने को तैयार नहीं हुआ। जब कलेक्टर डा. गिरीश कुमार मिश्रा से दूरभाष पर वरिष्ठ पदाधिकारियों की चर्चा हुई उसके बाद किसान सड़क से हटने को तैयार हुए और सोयाबीन का भाव छ: हजार प्रति क्विंटल करने सहित 12 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन तहसीलदार को दिया।
सैकड़ो ट्रैक्टर-ट्राली के साथ निकाली रैली, किया शक्ति प्रदर्शन
शुक्रवार को शहर सहित क्षेत्र के दर्जनों गांवो के किसानों ने भारतीय किसान संघ के बैनर तले कृषि उपज मंडी में सबसे पहले बैठक की जिसें संघ के वरिष्ठ अधिकारियों ने संबोधित किया। इसके बाद करीब 300 ट्रैक्टर-ट्राली के साथ मंडी से ट्रैक्टर रैली आरंभ की जो आकोदिया रोड से एबी रोड, एसडीएम चौराहा, अस्पताल रोड, बागकुआं टंकी, रंगेरवाड़ी, सदर बाजार, गांधी चौक, पुराना टाकीज से पुराना बस स्टैंड होते हुए तहसील कार्यालय तक पहुंची। जहां किसानों ने तहसीलदार मनोज कुमार शर्मा को मुख्यमंत्री, एवम केंद्रीय कृषि मंत्री के नाम ज्ञापन सौपा। अंचल के क्षेत्र से बड़ी संख्या में सारंगपुर आए किसान इस रैली में ट्रैक्टर वाहन के साथ शामिल हुए। ज्ञापन के माध्यम से किसानों ने मुख्य रुप से सोयाबीन की फसल का दाम 6 हजार प्रति क्विंटल करने की मांग की। प्रदर्शनकर्ता किसानों ने कहा कि सोयाबीन की फसल का वर्तमान भाव लागत से भी बहुत नीचे है। किसानों की जो आने वाली सोयाबीन की फसल है वह 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल से कम मंडियों में नहीं बिके, ऐसी व्यवस्था सरकार करे। अगर किसानों की यह मांग पूरी नहीं हुई तो आने वाले दिनों में जिले के सभी किसान ट्रैक्टर से कलेक्टर कार्यालय का घेराव करेंगे, जिसकी समस्त जवाबदारी स्थानीय प्रशासन की रहेगी। साथ ही 12 सूत्रीय राजस्व, कृषि, सिंचाई और विद्युत विभाग जुडी समस्याएं भी रखी गई। किसानों ने बताया कि बीते चार पांच सालों से किसानों को फसल बीमा नहीं मिला है। हमने इस बारे में भी बात की है।
भारतीय किसान संघ अगले हफ्ते जिले में देगा ज्ञापन, जिसे कलेक्टर को लेना होगा
भारतीय किसान संघ सोयाबीन के किसान दाम बढाने को लेकर किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं। जानकारी मिली है की तहसील स्तर पर ज्ञापन देने के बाद 16 से 18 सितंबर के बीच जिला मुख्यालयों पर सोयाबीन के दाम बढाने को लेकर ज्ञापन दिए जाएंगे। यदि सरकार ने नहीं सुनी तो फिर प्रदेश स्तर पर बडा आंदोलन किया जाएगा। किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि हम जिला मुख्यालय पर कलेक्टर महोदय को ही ज्ञापन देंगे, अन्यथा धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था में जुटे अधिकारी
सड़क पर धरना दे रहे किसानों को मनाने और उनके समर्थन करने के लिए भाजपा और कांग्रेस के नेतागण भी पहुंचेे, जिन्हें किसानों ने यह कहकर वापस कर दिया कि यदि हमारा समर्थन करना है तो नेता नहीं किसान बनकर आईये। इसके बाद बहुत देर तक तहसीलदार मनोज कुमार शर्मा, एसडीओपी अरविंद सिंह, थाना प्रभारी आकांक्षा हाड़ा सहित राजस्व एवं पुलिस अमला किसानों को समझाता रहा, लेकिन किसान प्रभारी एसडीएम गीतांजलि शर्मा को ही ज्ञापन देने की मांग पर अड़े रहे, फिर कलेक्टर के आश्वासन के बाद वह सड़क से उठे और ज्ञापन तहसीलदार को सौंप दिया। रैली के दौरान पुलिस व्यवस्था चाकचौबंध रही, हालांकि रैली और चक्का-जाम के कारण शहर की ट्राफिक व्यवस्था पुरी तरह से चरमरा गई और आमजन, स्कूली बच्चे सहित अन्य लोग घंटो जाम में फंसे नजर आए, जिसके कारण लोगों को परेशानी हुई।