सामग्री की राशि भुगतान करने के बदले सीईओ करते हैं कमीशन की मांग सचिवो और रोजगार सहायको ने लगाए सीईओ पररिश्वत लेने के आरोप
सामग्री की राशि के भुगतान के बदले सीईओ करते है कमीशन की मांग।
सचिव-रोजगार सहायकों ने सीईओ पर लगाये रिश्वत लेने का आरोप।
10 सचिव और रोजगार सहायकों का वेतन रोका, बाद में जीआरएस का वेतन डाला सचिवों का नही।
सारंगपुर जनपद पंचायत के क्षेत्र की ग्राम पंचायतो के सचिवों एवं रोजगार सहायकों से जनपद पंचायत सीईओ के द्वारा बिल पास करने के बदल कमीशन के रुप में रिश्वत मांगने की शिकायतें सामने आ रही है। नाम न छापने की शर्त पर एक पंचायत के रोजगार सहायक एवं सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद सीईओ प्रमोद कुमार सिंह के द्वारा सामग्री की राशि के भुगतान के बिल को पास करने के बदले में सीईओ के द्वारा मुझे बुलाकर बोला गया कि आपको सामग्री की राशि का भुगतान करवाना है तो इसके लिए राशि देना होगी, क्योंकि हमें आगे देना पड़ती है। संबंधित के द्वारा राशि देने से इंकार करने के चलते भुगतान रोक लिया गया।
रोजगार सहायकों को दिया, सचिवों का नहीं दिया वेतन
जानकारी के अनुसार सीईओ ने पेंशन के कार्य में लापरवाही के नाम पर दस पंचायतों के सचिव एवं जीआरएस को दोषी मानते हुए वेतन काटने की कार्रवाई की थी। लेकिन अब सचिवों के आरोप है कि सीईओ के द्वारा 10 जीआरएस का तो वेतन डाल दिया है जबकि सचिवों का वेतन अभी भी नहीं डाला है। इस तरह से मनमानी पूर्वक कार्यवाही से सचिवों में निराशा है। सचिवों का हितग्राहियों की पेंशन वाले मामले में कहना है कि आधार से आइडी लिंक, केवाइसी की गई थी, उसमें अपने आप पेंशन बंद हुई, इसमें सचिव एवं जीआरएस की कोई लापरवाही नहीं है। सीईओ की हठधर्मिता से परेशान हो चुके सचिव संघ ब्लाक अध्यक्ष पुखराज नागर एवं जीआरएस ब्लाक अध्यक्ष कालू बना का कहना है कि हम सीईओ साहब की कार्यप्रणाली से परेशान हो चुके है इसके लिए पहले ही मप्र शासन के मंत्री महोदय एवं जिला पंचायत के सीईओ साहब से गुहार लगा चुके है, जल्द हमारी सुनवाई होनी चाहिये।
नहीं हो रहा अंतेष्टी राशि का भुगतान
जनपद में चल रही खिंचतान के बीच हितग्राहियों को भी योजनाओं के लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि असंगठित श्रमिकों के लिए चल रही जनकल्याण संबल योजना के अंतर्गत मिलने वाले अंतेष्टी राशि का महीनों से भुगतान अटका हुआ है। स्थिति यह है कि मार्च 2024 से लेकर जुलाई 2024 तक पात्र हितग्राहियों को अंतेष्टी राशि प्राप्त नहीं हुई, जिससें लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
महीनों से नहीं हुई जनपद पंचायत की बैठके
उल्लेखनीय है कि जनपद पंचायत में महीनों से बैठक नहीं हुई है जिससें चुने हुए जनप्रतिनिधि भी अपने क्षेत्र में विकास कार्य नहीं कर पा रहे है और विकास की कार्य योजना भी नहीं बन पा रहे है। 22 जुलाई को बैंठक रखी गई थी लेकिन सीईओ ने बैठक वाले दिन सुबह-सुबह इसलिए स्थगित कर दिया क्योंकि जनपद अध्यक्ष नहीं थे। जनपद सदस्य प्रतिनिधि दुर्गेश सुमानी ने बताया कि बैठक को जान बुझकर स्थगित किया गया, जबकि जपं अध्यक्ष दिनभर सारंगपुर में मौजूद थे, साजिश के तहत बैठक नहीं की गई, जबकि सीईओ अगर चाहते तो उपाध्याक्ष की उपस्थिति में भी बैठक
आयोजित कराई जा सकती थी।
बोले जिम्मेदार
पेंशन मामले में हमने सचिव और रोजगार सहायकों को नोटिस दिए थे, रोजगार सहायकों ने जवाब दिया और सचिवों ने जवाब नहीं दिया। इसलिए उनका वेतन नहीं डाला गया है। अंतेष्टी राशि के प्रकरणों में पोर्टल से सेंशन हो जाती है तो यह भुगतान सीधे भोपाल से होता है। जनपद की बैठक हमने 22 जुलाई को आयोजित की थी, लेकिन अध्यक्षजी ने इसे निरस्त कर दिया, यह उनका अधिकार क्षेत्र में है। अगली डेट बैठक के लिए तय की जाएगी।
प्रमोद कुमार सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सारंगपुर।
जनपद सीईओ की मनमानी की शिकायते निरंतर मिल रही है और सरपंच, सचिव एवं जीआरएस संगठनों ने भी इनके विरुद्ध आंदोलन किया है। सरकारी योजनाओं से हितग्राही अगर वंचित होते है तो यह निश्चित ही असहनीय है। जल्द ही ग्रामीण विकास विभाग मंत्री से प्रतिनिधि मंडल मुलाकात करेंगे और सीईओ की हठधर्मिता एवं मनमानी की शिकायत कर हटाने की मांग करेंगे।
निर्मल जैन, वरिष्ठ भाजपा नेता, सारंगपुर।
सचिव एवं सहायक सचिव संगठन के द्वारा मामले में हमें ज्ञापन सौंपा था, जो शासन को भेज दिया गया है। आगामी कार्यवाही उच्च स्तर से होगी।
महिप तेजस्वी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राजगढ़