पड़ाना में डेंगू का डंग, दो बच्चें मिले पाजीटिव: स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अमला बना लापरवाह। नालिया चौक होने से मलेरिया, डायरिया, डेंगू का खतरा बढ़ा
पड़ाना में डेंगू का डंग, दो बच्चें मिले पाजीटिव:
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अमला बना लापरवाह।
नालिया चौक होने से मलेरिया, डायरिया, डेंगू का खतरा बढ़ा
सारंगपुर
राजगढ़ जिले के पड़ाना में स्वास्थ्य विभाग की गैर जिम्मेदारी और प्रशासनिक अमले की लापरवाही के कारण दो डेंगू बीमारी से ग्रस्ति बच्चें पाजीटिव पाए गए है, जिनका उपचार दूसरे शहरों में चल रहा है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के सीबीएमओ को जानकारी तक नहीं है। इससे विभाग की लापरवाही सरासर उजागर हो रही है। एक और जहां सरकार साफ सफाई इत्यादि के लिए लाखों रुपए खर्च करती है वहीं स्वास्थ्य विभाग भी मलेरिया डेंगू अन्य बीमारियों से निपटने के लिए लाखों रुपए खर्च कर रहा है लेकिन ग्रामीण अंचलों में कहीं ना कहीं ग्राम पंचायत सरपंचों की लापरवाही के कारण गली मोहल्ला एवं चौक चौराहे पर गंदगी पारसी हुई है वहीं कई जगह पर पानी भरा हुआ है। वही इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी लापरवाह बने हुए हैं गली मोहल्लों में जल भराव नालिया चौक की स्थिति से निपटने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है ना ही जमे हुए पानी में लारवा डाला जा रहा है केवल कागजी खानापूर्ति के लिए घर-घर दस्तक दी जा रही है ऐसे में इन दिनों ग्रामीण अंचलों में हर घर में कोई ना कोई बीमार है।
यहा है मामला
परिजन के मुताबिक राकेश टेलर गरीब मजदूर अपने प्रतिदिन की दिहाडी छोड अपने 6 वर्षीय बेटे हर्ष ट्रेलर को उपचार हेतु सारंगपुर शासकीय अस्पताल डॉक्टर अंकित यादव को दिखाया गया था जहां तीन-चार दिन से उपचार जारी था स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने की स्थिति में अन्य डॉक्टर के द्वारा रविवार रात्रि आठ 8:30 के दरमियान सरकारी एंबुलेंस की मदद से शाजापुर रेफर किया। जहां डॉक्टरों ने प्लेटलेट काउंटिंग कम होने के कारण इंदौर एम वाय अस्पताल के लिए रेफर किया जहां शरीर में खून की कमी एवं प्लेटलेट काउंटिंग 42000 होने की स्थिति में उपचार जारी है। इस तरह एक और 6 वर्षीय बालक की रिपोर्ट डेंगू पाजीटिव मिली है जिसका उपचार शाजापुर के निजी अस्पताल में चल रहा है।
डेंगू का प्रकोप, लापरवाह हो रहा स्वास्थ्य विभाग
पड़ाना सहित अंचल में डेंगू का प्रकोप लगातार बढता जा रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की निष्क्रियता और निकायो की लापरवाही ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। विभिन्ना हिस्सों में डेंगू के मामले तेजी से बढ रहे हैं, अस्पतालों में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, लेकिन अब तक स्वास्थ्य विभाग ने फोगिंग शुरू करवाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। स्वास्थ्य विभाग ने अब तक कोई निर्देश नहीं दिए हैं, जिससे स्थिति और भी चिंताजनक हो गई है।
यह सवाल भी उठता है कि स्वास्थ्य अमले के पास डेंगू से बचाने के लिए कोई पर्याप्त व्यवस्था नहीं है ओर लगातार हो रही बारिश के कारण कई जगहों पर पानी भरा हुआ है, और खुले पडे नाले बीमारी को फैलने के लिए आमंत्रण दे रहे हैं।
बोले जिम्मेदार
पड़ाना में डेंगू से संबंधित जानकारी आपके माध्यम से हमें मिली है। हमें इसको लेकर पहले जानकारी नहीं थी। आप हमें बीमार बच्चों के परिजनों के नंबर दीजिए। हम उनके घर स्वास्थ्य टीम को भेजेंगे।
डा. डी बडोदिया, सीबीएमओ, सारंगपुर।