मनरेगा में फर्जी मजदूरी रोकने नया फरमान, आंख झपकाने पर दर्ज होगी हाजरी फर्जीवाड़ा रोकने किया गया चौथी बार प्रावधान, एनएमएमएस 3.2 ऐप पर होगा काम

मनरेगा में फर्जी मजदूरी रोकने नया फरमान, आंख झपकाने पर दर्ज होगी हाजरी
फर्जीवाड़ा रोकने किया गया चौथी बार प्रावधान, एनएमएमएस 3.2 ऐप पर होगा काम
सारंगपुर
जनपद पंचायत मनरेगा में फर्जी मजदूरों को काम पर दिखाकर मजदूरी निकालने की कई शिकायतें आए दिन सामने आती रहती हैं। कई बार तो पंचायतों में मृत व्यक्तियों को मजदूर बता कर राशि निकाली जाती है। अब इस फर्जीवाड़ा को रोकने के लिए मनरेगा में मजदूरी की हाजिरी लगाने के लिए नया एप विकसित किया गया है। इसमें मजदूर को कैमरे के सामने आकर अपनी पलकें झपकाना होंगी तब कहीं जाकर उसकी हाजिरी दर्ज होगी। मनरेगा में फर्जी मजदूरी रोकने के लिए अब रोजगार गारंटी परिषद ने एनएमएमएस (नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम) 3.2 से मजदूरों की हाजिरी दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
इस सिस्टम में मजदूर को एप के सामने आकर अपनी आंखें झपकाना होंगी, तभी उसकी उपस्थिति दर्ज होगी। साथ ही इसमें काम करने वाले सभी मजदूरों के हेड काउंट की व्यवस्था की गई है।
रोजगार गारंटी परिषद के आयुक्त द्वारा जारी किए गए निर्देश पर सभी पंचायतों में यह व्यवस्था लागू तो कर दी गई है, लेकिन इसमें जहां तकनीकी समस्याएं सामने आ रही हैं, सूत्रों की माने तो वहीं सरपंच इसका विरोध भी कर रहे हैं। सरपंचों का कहना है कि शासन को न तो अपने अधिनस्थ कर्मचारियों और अधिकारियों पर विश्वास है और अब वह मजदूरों पर भी वह विश्वास नहीं कर रहे है। ऐसे में इसका शत प्रतिशत पालन करना मुश्किल है।
लगते हैं 5 से 7 मिनट :
इस एप पर मजदूर की अटेंडेंस दर्ज करने के लिए 5 से 7 मिनट का समय लगता है। सबसे पहले उन्हें एप पर काम का मस्टर खोलना पड़ता है। इसके बाद इसके फोटो ऑप्शन पर आकर फोटो लेने होती है। इसमें मजदूर को एप के सामने आकर अपनी आंखें झपकाना होती है, तभी वह फोटो अपलोड करता है। बताया जा रहा है कि एक मजदूर की हाजिरी लेने में ही 5 से 7 मिनट का समय लग जाता है। वहीं वर्तमान में इसमें संबंधित काम के मस्टर न खुलने, कई पंचायतों में नेटवर्क के कारण एप काम न करने जैसी परेशानी भी सामने आती है।
उपस्थिति दर्ज कराने में छूट का भी प्रावधान :
आयुक्त द्वारा दिए गए निर्देश में 39 प्रकार के सामुदायिक कार्यों को एनएमएमएस पर उपस्थिति दर्ज कराने से छूट दी गई है। साथ ही यदि कुछ कामों में अपवाद स्वरूप एनएमएमएस पर उपस्थिति दर्ज कराने में परेशानी आती है तो कार्यक्रम अधिकारी माड्यूल पर उपलब्ध विकल्प के माध्यम से इसमें छूट दे सकते है। वहीं जनपद के लॉगिंग पर अनुरोध करने पर भी इसमें छूट दी जा सकती है।
चौथी बार बदली व्यवस्था :
विदित हो कि मनरेगा में लगातार मिल रही शिकायतों के बाद रोजगार गारंटी परिषद द्वारा मजदूरों की उपस्थिति को लेकर चौथी बार व्यवस्था बदली गई है। पहले मजदूरों की उपस्थिति सादा मस्टर पर दर्ज की जाती थी। इसके बाद इसे ऑनलाइन किया गया और काम की फोटो अपलोड कराई गई। वहीं तीसरी बार गूगल लोकेशन के माध्यम से कार्य स्थल की लोकेशन के साथ मजदूरों की फोटो लोड होना शुरू हुई थी। अब मौके पर मजदूरों की आंख झपकाते फोटो लेने पर ही उपस्थिति मानी जाएगी।
भ्रष्टाचार पर शिकंजा
यह व्यवस्था 1 अप्रेल से शुरू कर दी गई है। इस व्यवस्था से अब फर्जी मजदूरों की समस्या पर लगाम लगेगी। पंचायतों से जो शिकायतें आती हैं उन पर भी शिकंजा कसेगा। एप में जो भी तकनीकी परेशानी आ रही हैं उन्हें भी जल्दी दूर किया जाएगा।
सतेंद्र यादव, एपीओ, मनरेगा सारंगपुर।