सफेद चावल का काला कारोबार : मंडी गेट से लेकर शहर के प्रमुख चौराहों पर हो रही खरोद फरोख्त सांठगांठ : रात के अंधेरे में निकालते है शुजालपुर, पचोर, बड़ोदिया सहित अन्य शहरों में गाड़ी, पुलिस की मिलीभगत का अंदेशा

सफेद चावल का काला कारोबार : मंडी गेट से लेकर शहर के प्रमुख चौराहों पर हो रही खरोद फरोख्त
सांठगांठ : रात के अंधेरे में निकालते है शुजालपुर, पचोर, बड़ोदिया सहित अन्य शहरों में गाड़ी, पुलिस की मिलीभगत का अंदेशा
सत्यनारायण वैष्णव/सारंगपुर
इन दिनों सरकारी चावल की जमकर कालाबाजारी हो रही है। राशन कार्डधारियों से चावल लेकर उसे खुले बाजार में बेचने का धंधा काफी दिनों से चल रहा है। हद तो तब हो गई है कि कृषि उपज मंडी के समीप ही पीडीएस के सफेद चावल का कला कारोबार जमकर फल फूलने लगा, हालाकी खाद्य विभाग के आला अधिकारी ही सब कुछ जानकर आंखे मूंदे बैठे है।
उल्लेखनीय है कि शहर सहित अंचल में हजारों परिवारों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराने के लिए सैकड़ों राशन दुकानें संचालित है। शासन की योजना के मुताबिक यहां अंत्योदय, निराश्रित, अन्नपूर्णा, प्राथमकिता वाले तथा नि:शक्तजनों को सस्ते दर पर चावल, शक्कर, आदि सामग्रियां उपलब्ध कराया जाता है। सूत्रों की माने तो सफेद चावल के काले कारोबार में कई मंडी व्यपारी भी लिप्त है। वही स्थानीय पुलिस की मिलीभगत का अंदेशा है।
बीपीएल परिवार के राशन की अधिक कालाबाजारी :
योजना के तहत करीब हजारों बीपीएल परिवारों को भी जोड़ा गया है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत अंत्योदय परिवार तो राशन ले जाते हैं, लेकिन कई बीपीएल परिवार राशन लेने के लिए नहीं पहुंचते। ऐसी स्थिति में राशन सामग्रियों की कालाबाजारी जमकर हो रही है। शहर में इसकी सबसे ज्यादा शिकायतें शहर के वार्ड स्थित राशन दुकानों से मिल रही है।
गौरतलब है कि गरीबों को सस्ता राशन उपलब्ध कराने के लिए शासन की ओर से राष्ट्रीय खाद्यान्न योजना शुरू की गई है। इसके तहत बीपीएल श्रेणी के पात्रता रखने वाले हितग्राहियों को अलग अलग योजना के तहत निःशुल्क गेंहू चावल, शक्कर और प्रदान किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य गरीबों को भरपेट भोजन उपलब्ध कराना है।
जानकारी के अनुसार बीपीएल श्रेणी के उपभोक्ताओं को प्रति सदस्य 5 किलो के मान से गेहूं चावल, शक्कर प्रदान किया जा रहा है। अंत्योदय राशन कार्डधारी सदस्य को 35 किलो गेहूं, चावल 1 किग्रा शक्कर प्रदान किया जाता है, लेकिन उनके हिस्से का अधिकांश राशन की कालाबाजारी हो रही है।
सस्ता खरीद कर महंगा बेच रहे राशन :
बता दे की शहर के फुटकर व्यापारी बीपीएल कोटे का चावल सस्ते दामों में खरीद कर उसे 20 से 25 रुपए में बेच रहे हैं। जानकारी मिली है कि अधिकांश राशन दुकानों से बीपीएल, एपीएल कार्डधारी चावल नहीं ले जाते। वे राशन दुकानों में आते हैं और फिंगर प्रिंट देने के बाद 18 रुपए की दर से चावल का पैसा ले लेते हैं। बाद में इसे दलाल के माध्यम से राशन मिलों में अधिक दामों में बेच दिया जाता है।
रात के अंधेरे ने निकालते है गाड़ी :
सूत्रों की माने तो सफेद चावल के इस काले कारोबार में शहर के कृषि उपज मंडी के समीप ही छोटे दुकानदार हजारों क्वंटलो की मात्रा में पीडीएस चावल खरीद कर रात के अंधेरे में अकोदिया नाका सहित अनेक स्थानों से गाडियां भरकर शुजालपुर प्लांट, पचोर, बड़ोदिया, निकाल रहे है। ऐसा नही है की इस बात की जानकारी स्थानीय अधिकारियों को नही है, बल्कि ये सब इनकी मिलीभगत से हो रहा है
अधिकांश दुकानों में नहीं लगे कैमरे :
खाद्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक शहर के संचालित राशन दुकानों में सीसी टीवी कैमरा लगाने का काम राज्य स्तर पर किया जा रहा हैं, लेकिन अभी तक किसी भी राशन दुकानों पर कैमरे लगे नही दिखाई दिए है। ज्ञात हो कि वार्ड पार्षद सरपंचों द्वारा समय-समय पर दुकानों में पहुंचकर स्टॉक मिलान, रजिस्टर आदि की पड़ताल किया जाना है, लेकिन निगरानी नहीं हो पा रही। शायद यह भी एक वजह है कि खाद्य सामग्री की कालाबाजारी को बढ़ावा मिला है।
व्यापारियों के गोडाउन पर पड़ना चाहिए छापा :
नाम न छापने की शर्त पर बीपीएल कार्डधारियों ने बताया कि कृषि उपज मंडी, कॉन्वेंट स्कूल के समीप कई फ्रूटकर व्यापारी पीडीएस गेहूं, चावल सस्ते दामों ने खरीदने का कारोबार करते है, अगर स्थानीय अधिकारी माह के 5 से 20 तारीख के बीच इनके घरों के अंदर बने गोडाउन पर छापामार कार्रवाई करें तो हजारों क्वंटल पीडीएस राशन जप्त किया जा सकता है। वही पुलिस को भी रात्रि गश्त के दौरान यहां से निकलने वाले वाले लोडिंग वाहनों की चेकिंग कर जांच पड़ताल करना चाहिए।
करेंगे कार्रवाई
खाद्य विभाग के अधिकारी को बोलकर दिखावा लेता हूं। पीडीएस चावल की कालाबाजारी हो रही है तो सख्त कार्रवाई करेंगे।
रोहित बम्होर एसडीएम सारंगपुर