पताल में पहुंचा भूजल ग्रामीण अंचल में बड़ी पेयजल की समस्या भूजल सर्वेक्षण विभाग के अनुसार ज्यादा नीचे पहुंच रहा पानी

पताल में पहुंचा भूजल ग्रामीण अंचल में बड़ी पेयजल की समस्या
भूजल सर्वेक्षण विभाग के अनुसार ज्यादा नीचे पहुंच रहा पानी
सारंगपुर
शहर सहित अंचल में भीषण गर्मी का दौर शुरू हो चुका है। पारा लगातार 40 के आसपास बना हुआ है। अप्रेल का पहला दूसरा सप्ताह तपिश से भरा है तो मई-जून में क्या हालात होंगे यह इन दिनों से महसूस किया जा सकता है। भीषण गर्मी के दौर में पेयजल की बात की जाए तो ग्रामीण अंचल में इस बार बहुत ज्यादा पेयजल संकट के संकेत सामने आ रहे है। कम से कम भूमिगत जल का स्तर देखते हुए तो यह स्पष्ट कहा जा सकता है। जिले के विभिन्न विकासखंडों के भूजलस्तर की बात करे तो पिछले साल के मुकाबले औसत रूप से इस बार ज्यादा गहराई पर भूमिगत जल जा चुका है। ऐसे में पानी की होने वाली किल्लत को आसानी से समझा जा सकता है।
ग्रामीण क्षेत्रों में आएगी समस्या :
ग्रामीण अंचल में स्थिति ज्यादा विकट दिखाई दे रही है। यहां का औसत भूमिगत जलस्तर आमतौर पर नीचे ही रहता है और मार्च में यह मीटर से भी ज्यादा गहराई तक पहुंच गया है। सबसे ज्यादा स्थिति सारंगपुर विकासखंड की खराब है। भूमिगत जल के अत्यधिक दोहन की वजह से काफी पहले से पड़ाना आसारेटा भ्याना को पेयजल की समस्या वाली श्रेणी में रखा हुआ है। यह स्थिति वर्ष 2005 से बनी हुई है। भूमिगत जल संचरनाओं को रिचार्ज नहीं करने से अब स्थिति और खराब होती जा रही है।
भयावहता की तरफ कदम :
भूमिगत जलस्तर की स्थिति साल-दर-साल नीचे पहुंचती जा रही है। इस स्थिति को भयावहता की तरफ बढ़ते कदम के रूप में भी देख सकते हैं। आम लोगों में पानी के सदुपयोग और वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की तरफ कोई रुचि नहीं होने से बन रही यह स्थिति आगे और खराब हो सकती है।
मिलेगा योजना का लाभ
जल्द ही पड़ाना ,भ्याना क्षेत्र में पेयजल योजना पहुंच जाएगी। जिससे ग्रामीणों को पानी की समस्या नहीं होंगी। कलेक्टर साहब ने ठेकेदार को जल्द ही काम पूरा करने के निर्देश दिए है।
देव नागर जनपद अध्यक्ष सारंगपुर