बिजली कंपनी ने पेड़ को बना दिया पोल, मौत बनकर लिपटे करंट के तार
विद्युत कंपनी की गंभीर लापरवाही से हो सकता है हादसा
रहवासियों ने की लिखित शिकायत के बाद ही सुनवाई नहीं

 सारंगपुर//

शहर में इन दिनों विद्युत कंपनी की ये लापरवाही कहीं भारी ना पड ना जाएं, मकानों से सडकों, रास्तों और पेडों के पास बिजली लाइन की दूरी और जमीन से बिजली के तार कितनी ऊंचाई पर हो, बिजली कंपनी के पास इनके लिए मापदंड निर्धारित हैं, लेकिन शहर में दर्जनों ऐसी जगह हैं, जहां ये मापदंड पूरी तरह से गायब हैं। कहीं मकानों की छतों से तो कही सूखे पेडों से तार लपटे हुए है, तो कही सटकर बिजली के खंभे मकानों में चुने हुए हैं और इन्हीं खंभों पर से मकानों के बीच से होकर बिजली लाइन निकली हैं। इससे रोजाना ही मकानों की छतों, छज्जों और दरवाजों पर करंट फैलने की आशंका रहती है, इसका न तो लोगों में डर है और न ही बिजली कंपनी को कोई चिंता।
यहां पेडों की ओट में दौडता है करंट
शहर सहित ग्रामीण इलाकों में घने पेडों की डालियों  में करंट दौड रहा है, लेकिन इस खतरे के प्रति विद्युत कंपनी के अधिकारी अनजान बने हुए है, अधिकांश जगह घने पेडों की ओट में विद्युत पोल और करंट प्रवाहित तार है, लेकिन ना तो इन पेडों की छंटाई कराई जाती है और ना ही इन विद्युत लाइनों को अन्यत्र शिफ्ट कराया जाता है। पेडों की छटाई नहीं होने से साल दर साल ये बढते चले और कई जगह तो अत्यधिक घने हो गई हैं। इससे विद्युत पोल और करंट प्रवाहित तार इन हरे पेडों की झाडियों से ढक गए है। ऐसी कई जगह हैं जहां पेडों के साथ उगी बेल भी इन तारों से लिपटी हैं।
खूब होती है बिजली ट्रिपिंग
तेज हवाएं चलने और इन पेडों की शाखाओं के हिलने से विशेष रूप से शहरी इलाके में बिजली ट्रिपिंग की समस्या भी बढ जाती है। क्षेत्र में ऐसी स्थिति के चलते बिजली गुल होना आम बात है। ऐसे में लोगों को खासी परेशानी झेलनी पडती है।
चौराहे पर खतरों का जाल
शहर में जहां हर गली रास्ते और हर चौराहों पर बिजली के तारों के खतरनाक जाल बने हुए हैं। इनसे आए दिन स्पार्किंग होती रहती है और इन्हीं खतरनाक जालों के नीचे लोगों की आवाजाही होती है। इससे स्पार्किंग से हमेशा तार टूटने या करंट फैलने का खतरा बना रहता है। इतना ही नही गलियों और रास्तों पर बिजली लाइन भी मकानों की दीवारों से सटकर निकली हुई है। लेकिन न तो इन पर बिजली कंपनी का कोई ध्यान है और न ही जिम्मेदार कोई गंभीरता दिखाते हैं।
शिकायत पर नहीं ध्यान, हादसे का अंदेशा
नगर में स्थित पुराना अस्पताल कालोनी में मौजूद हिरासिंह दवाखाना के सामने वर्षों पुराना गुलमोहर का पेड इन दिनों सुख कर जर्जर हालत में खडा हुआ, हालत यह है कि विद्युत कंपनी के कर्मचारियों ने इसी सूखे पेड से शहर के वार्डों में सप्लाई होने वाली केबल इस पेड में लपेट कर बांधी हुई है, जबकि उक्त पेड कभी भी धराशाही हो सकता है। रहवासी ऋषभ यादव का कहना है कि बिजली कंपनी भविष्य की योजना को देखते हुए लाइन को व्यवस्थित नहीं कर रही है, बल्कि खाली दिखी जगहों से मनमाने तरीके से लाइनें निकाल दी जाती है। लोगों का कहना है कि निर्माण के समय बिजली कंपनी से उनकी निजी जगह से खंभे सरकारी रास्तों के किनारे शिफ्ट करने की मांग की जाती है तो कंपनी लाखों रुपए का बिल पकडा देती है। ऐसे में लोग इस डर साए में रहने को मजबूर है। अब बडा सवाल यह है कि यदि कभी लापरवाही या गलती से हादसा हुआ तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
बोले जिम्मेदार
शहर में जहां-जहां सूखे पड़े है उन्हें चिंहित कर हमारे द्वारा हटवाया जाएगा। लेकिन जिन पेड़ो पर विद्युत तार या केबल है उन्हें विद्युत कंपनी को हटाना होगा।
एलएस डोडिया, सीएमओ, नपा, सारंगपुर।
आपके माध्यम से इस संबंध में जानकारी मिली है। हम कनिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देशित कर समस्या का समाधान करवाएंगे।
अरविंद रानोलिया, सहायक यंत्री, विद्युत कंपनी, सारंगपुर।