मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से ही दूर होगी दहेज प्रथा जैसी कुरीति: गौतम टेटवाल
64 जोडों का निकाह, 48 जोडों ने लिए सात फेरे:
सारंगपुर में 112 जोड़ों का हुआ सामूहिक विवाह-निकाह

सारंगपुर

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए वरदान इस योजना के माध्यम से फिजूल खर्च एवं दहेज प्रथा जैसी  कुरीतियों को समाप्त करने का एक अच्छा माध्यम है ऐसे कन्याओं के माता-पिता को आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ रहा है। उक्त उद्गार शहर के कपिलेश्वर तीर्थ स्थल परिसर में गुरुवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह-निकाह योजना के तहत आयोजित विवाह सम्मेलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार विभाग मंत्री गौतम टेटवाल ने व्यक्त किए। कार्यक्रम 48 हिंदू जोडों ने 7 फेरे लिए और 64 मुस्लिम जोडों का निकाह कराया गया। सारंगपुर में एक ही मंडप में जहां पुरोहित ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विवाह संपन्ना कराया तो दूसरी ओर मौलाना ने कुरान की आयतों के जरिए निकाह पढ़वाया। 48 जोड़ों का विवाह कराया गया है। 64 जोड़ों का निकाह सम्पन्ना हुआ है। आगे मंत्री श्रीटेटवाल ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर बेटियों की शादी कराने के साथ ही दहेज प्रथा जैसे सामाजिक बुराई को दूर करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना संचालित की जा रही है। जिसके तहत प्रदेश में लगातार सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा है। सामूहिक विवाह में आगे आकर समाज को सामाजिक समरसता का एक अनुकरणीय संदेश दिया है। वर-वधुओं को संबोधित करते हुए कहा कि विवाह का आधार विश्वास होता है। पति-पत्नी को एक-दूसरे पर विश्वास और समन्वयता के साथ वैवाहिक जीवन बिताना चाहिए। उन्होंने वर-वधुओं को एक-दूसरे का सम्मान करते हुए परिवारों का भी मान-सम्मान बनाये रखने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में मौजूद नपाध्यक्ष पंकज पालीवाल ने कहा कि हम सबका बहुत ही सौभाग्य हैं कि 112 जोड़े परिणयसुत्र बंधन में बंधे। मैं इन सभी वर-वधुओं को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। नपाध्यक्ष श्रीपालीवाल ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को राज्य के सीएम मोहन यादवजी एवं माननीय मंत्री श्रीटेटवालजी हर वर्ग का ख्याल रखते हुए पूरा कर रहे हैं। कहा कि लाखो गरीबो को आवास, निश्शुल्क राशन मोदीजी दे रहे है। राज्य सरकार ने जनता के लिए कई जन कल्याणकारी योजनाएं बनाई है जिनमें से एक मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना जिनका फायदा राज्यके हर गरीब वर्ग को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत दिए जाने वाली सहायता राशि और शादी का खर्च शासन द्वारा निर्वहन करने से गरीब परिवारों के बेटियों की शादी की चिंता दूर हो गई है। सामूहिक कन्या विवाह में शामिल होने आये वर-वधुओं और उनके परिजनों ने शासन की इस योजना के लिए आभार जताया है।
64 जोडों ने निकाह पढा, 48 जोड़ों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ लिए फेरे
सारंगपुर के कपिलेश्वर महादेव तीर्थ में गुरुवार को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत जनपद स्तरीय सामूहिक विवाह सम्मेलन हुआ। इसमें 64 जोडों ने निकाह पढा और एक-दूसरे के साथ जीवन बिताने की कसमें खाईं, वहीं 48 जोडों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अग्नि को साक्षी मानकर फेरे लिए। मंच से नवविवाहित जोडों को आशीर्वाद देते हुए राज्यमंत्री गौतम टेटवाल ने कहा आप सभी मेरे परिवार का हिस्सा हैं। विवाह के इस नए जीवन में प्रवेश करते समय अपने माता-पिता को कभी न भूलें। उन्होंने आपको पालने के लिए कठिनाइयों का सामना किया है। उन्होंने सभी दुल्हनों के बैंक खातों में 49,000 रुपए की राशि ट्रांसफर करने की भी घोषणा की। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष देवनारायण नागर, नगर परिषद अध्यक्ष पंकज पालीवाल, नगर परिषद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि नीलेश वर्मा, जनपद उपाध्यक्ष कैलाश नागर,  सुधीर श्रीमाल, जनपद सीईओ प्रमोद कुमार सिंह और तहसीलदार आकाश शर्मा, नपा सीएमओ एलएस डोडिया,  सहित अनेक कर्मचारी उपस्थित थे।
वैदिक मंत्रों के साथ हुआ विवाह, निकाह पढ़ाया गया
सम्मेलन में वैदिक रीति-रिवाज से विवाह कराने का दायित्व ब्राह्मण कैलाश शर्मा और उनके सहयोगी सुनील जोशी व दिनेश शर्मा ने निभाया। मंत्रोच्चार के साथ दूल्हा-दुल्हन ने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए और जीवनभर एक-दूसरे का साथ निभाने की प्रतिज्ञा की। वहीं निकाह अंजुमन सदर एमए अलीम बाबा की निगरानी में काजी मौलाना साजिद मेव, मौलाना आशिक, मौलाना अनिस साहब ने 64 जोड़ो का पढ़ाया।
सम्मेलन का उद्देश्य
जनपद सीईओ श्रीसिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित इस सामूहिक विवाह सम्मेलन का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों का सम्मान पूर्वक विवाह कराना है। सम्मेलन में सादगी और उत्साह का माहौल रहा। कार्यक्रम का समापन नवविवाहित जोडों के सुखी जीवन की कामना के साथ हुआ। इस दौरान 5 हजार से ज्यादा आसपास के नागरिक और दूल्हा दुल्हन के परिजन उपस्थित रहे।