भाजपा राज में गो माता पर संकट, धड़ल्ले से हो रहा अवैध गौ परिवहन।

सारंगपुर से 14 गोवंश कत्लखाने ले जाते हुए पड़ोसी जिले की पुलिस ने पकड़े 

सारंगपुर//

मप्र में भाजपा की सरकार होने के बावजूद बड़ी संख्या में अवैध गो परिवहन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां के गायों, भैंसों से भरे ट्रक आए दिन अन्य शहरों में पकड़ा रहे हैं। जिससे यह साबित हो रहा है कि इस घृणित व्यवसाय में पुलिस के नुमाइंदों के साथ साथ कई समाजसेवी भी लिप्त है। तभी शासन के लाख प्रयासों के बावजूद यह व्यवसाय पूर्व की भांति आज भी बदस्तूर जारी है।
उल्लेखनीय है कि समीपस्थ शाजापुर जिले की उकावता चौकी व सुनेरा पुलिस ने मंगलवार वध के लिए ले जा रहे जा रहे 14 गौवंश को बचाया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में वाहन रोका। हालांकि बदमाश वाहन छोड़ फरार हो गए, लेकिन पुलिस ने वाहन जब्त कर मवेशियों को मुक्त कराया। जानकारी के अनुसार मंगलवार देर रात पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि मिनी ट्रक (एमपी 13 जीबी 2698) में सारंगपुर से केड़े भरकर ले जाए जा रहे थे।

गो तस्कर हुए सक्रिय :

सूत्रों की माने तो कुछ दिनों से गोवंश तस्कर लगातार सक्रिय हैं। प्रशन यह उठता है कि वर्षों से सारंगपुर विवादित मोहल्ले से गौ परिवहन का सिलसिला अनवरत रूप से चालू है। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन का इस और ध्यान नहीं है। जबकि तत्कालीन थाना प्रभारी ने इस अवैध कारोबार पर अंकुश लगाया था। सूत्रों की माने तो यहां के अवैध गोवंश व्यापारी इतने सक्षम व धनाढ्य है कि भाजपा के शासन के लगभग 20 वर्ष से अधिक समय बीतने के बावजूद यह घृणित अवैध व्यवसाय बंद करवाना अब भाजपा के बूते की बात नहीं रह गई है। कागजों में सख्त कानून होने के बावजूद गोवंश पर अत्याचार लगातार जारी है। पुलिस प्रशासन लाख रोकना चाहे लेकिन ऐसी कौन सी मजबूरी है, जो वह इसे रोक नहीं पाते। ज्यादा सख्ती दिखाने वाले अधिकारी को प्रताड़ना के साथ तबादले का शिकार होना पड़ता है।

अवैध कारोबार नहीं ले रहे थमने का नाम :

प्रदेश में बड़ी संख्या में अवैध परिवहन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां के गायों भैंसों के ट्रक आए दिन अन्य शहरों में पकड़ा रहे है। जिससे साबित हो रहा है कि इस घृणित व्यवसाय में पुलिस के जवानों के साथ साथ समाज सेवी तथा राजनेता भी लिप्त हो गए हैं। हाल ही में शाजापुर पुलिस द्वारा सारंगपुर से निकल कर शाजापुर जिले से गुजरने वाले अवैध गो वंश परिवन वालो पर कार्रवाई की है।

स्थानीय निकाय की रसीदें संदेह के घेरे में :

ऐसा नहीं है कि गौ माता के मामले में पुलिस प्रशासन ही जिम्मेदार है यहां आसपास के हाट बाजारों में आने वाली वाहन गाड़ी जो पशु भरवाने में जो रसीदें कटती है, वह भी संदिग्ध होती है। जनचर्चा है की ग्राम पंचायतों नगर पंचायत में मौजूद कर्मचारीगण मोटी रकम लेकर अवैध रसीद बना देते हैं, जिससे यह आरोपीगण बचने में कामयाब हो जाते हैं। किसी की शिकायत पर जब पुलिस इन पर कार्रवाई करती है तो अपराधियों द्वारा कागजात मांगने पर यह संबंधित क्षेत्र की पंचायत की अवैध रसीद लाकर दे देते हैं। जिससे उनको गाड़ी तथा मॉल पुनः हासिल हो जाता है।

प्रतिदिन निकलते है ट्रक :

राजगढ़ जिले के जीरापुर, सारंगपुर पचौर सहित शुजालपुर, आगर, सुसनेर, नलखेड़ा से अनेकों ट्रक प्रतिदिन महाराष्ट निकालते है. सूत्रों की माने तो वहां के सौदागर महाराष्ट्र के औरंगाबाद में काटन मार्केट में बैठकर सौदा करते है।

निर्देश दिए जाएंगे
क्षेत्र से गोवंश की गाड़ी भरा कर निकल रही है, इस बात की जानकारी मुझे नहीं है। में आज ही सभी थाना प्रभारियों को निगरानी कर कार्रवाई करने के निर्देश देता हूं।
अरविंद सिंह पुलिस एसडीओपी सारंगपुर