सारंगपुर में पत्रकार पर दर्ज झूठा प्रकरण को रद्द करने की मांग को लेकर संयुक्त मोर्चा ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन।
सारंगपुर में पत्रकार पर दर्ज झूठा प्रकरण को रद्द करने की मांग को लेकर
संयुक्त मोर्चा ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन।
सारंगपुर//
पत्रकारों के खिलाफ दर्ज गलत एफआईआर सिर्फ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर ही हमले नहीं हैं, बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को भी कमजोर करने की योजनाबद्ध कोशिश है। सारंगपुर के युवा पत्रकार पर एफआईआर दर्ज कर प्रशासन ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंट कर लोकतंत्र के चौथे खम्बे को कमजोर किया जा रहा है। यह असहनीय है, चौथे स्तंभ एवं आमजन की आवाज उठाने वाले पत्रकारों के साथ अन्याय हो रहा है। जिसके खिलाफ हम एकजुट है और मांग करते है कि पत्रकार पर दर्ज झुठा प्रकरण को रद्द किया। यह बात गुरुवार को सारंगपुर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए संयुक्त पत्रकार मोर्चा के सदस्य एवं प्रेस क्लब अध्यक्ष संतोष पुष्पद ने कही। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की सच्चाई को उजागर करने वाले पत्रकार पर कालेज प्राचार्य ने झूठा प्रकरण पंजीबद्ध कराया है, जिसकी जांच हो और प्रकरण रद्द किया जाए। श्रीपुष्पद ने कहा कि खबर छपने के कारण झुठा प्रकरण दर्ज कराया गया है।
कालेज में भ्रष्टाचार के लगाए आरोप
ज्ञापन सौंपते हुए मोर्चा के वरिष्ठ पत्रकार मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेश महासचिव सत्यनारायण वैष्णव ने कहा कि स्थानीय शासकीय स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय में हुए भारी भ्रष्टाचार के मामले में कई बार समाचार पत्रों में समाचार का प्रकाशन किया गया और कॉलेज में हो रही आर्थिक अनियमिताओं के लगातार नये नये मामले उजागर किये जा रहे था। युवा पत्रकार के द्वारा किसी प्रकार की कोई अडीबाजी नहीं की गई, रुपये मांगने की आरोप झूठा है, जो भुगतान प्राचार्य के द्वारा किया गया है वह विज्ञापन का भुगतान है। इस बात को महिनों गुजर जाने के बाद समाचार प्रकाशन से नाराज होकर द्वेषता के कारण झुठी रिर्पाट की गई है। इस मौके पर प्रमोद सादानी एवं एमए अलीम बाबा ने कहा कि कालेज प्राचार्य ने अपनी कमी को छुपाने के लिए पत्रकारों को बलि का बकरा बना कर उन पर एफआईआर दर्ज करा दी है।
यह भी है मामला
पत्रकारों ने कहा कि महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. ममता खोईया के द्वारा महाविद्यालय की भूमि में अवैध उत्खन्ना करने वालों के खिलाफ एसडीएम सारंगपुर को एक आवेदन दिया गया था, जिसमें अज्ञात लोगों के द्वारा महाविद्यालय की भूमि में अवैध उत्खनन करने वालों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग की गई थी। जिसके अवैध उत्खनन संबंधित समाचार पत्रकार ने छापे थे लेकिन बाद में अवैध खनन करने वाले और प्राचार्य की मिलीभगत हो गई, जिसकी शिकायत एसडीएम सारंगपुर रोहित बम्होरे से की गई, जिसमें बाद उन्हांेने खनिज अधिकारी को पत्र लिख दिया है, इस कारण पत्रकार पर चार महिने पहले दिये गए आवेदन पर झुठी कार्रवाई की गई। इस पूरे मामले में हम सभी पत्रकार एकजुट है और मांग करते है कि जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच करा कर प्रकरण रद्द किया जाए। साथ ही चौथे स्तंभ एवं आमजन की आवाज उठाने वाले पत्रकारों के साथ हो रहे अन्याय को रोक कर न्याय दिलाए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो पत्रकार संघ आन्दोलन के लिए बाध्य होगा। ज्ञापन का वाचन एमए अलीम बाबा ने किया। ज्ञापन सौंपने वालो में संतोष पुष्पद, प्रमोद सादानी, सत्यनारायण वैष्णव, एमए अलीम बाबा, अमित सक्सेना, नवीन रुण्डवाल, गोपाल राठौर, सुनील धनगर, गिरीश जोशी, लोकेश पुष्पद, सुमित सेन, दयाल हाड़ा, अकरम अंसारी सहित अन्य पत्रकार शामिल थे।