अपराधों पर अंकुश और बेहतर व्यवस्था के लिए राजगढ़ पुलिस को आईजी की शाबाशी
आईजी बोले: अच्छा काम करने की कोई लिमिट नहीं हैे लगातार उसमें ओर भी बढोतरी होनी चाहिए

बुधवार को आईजी ने सारंगपुर थाने का किया निरीक्षण, दिशा निर्देश दिए

  सारंगपुर।

पुलिस की कार्यशैली व वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए प्रयास तथा थानों का नवीनीकरण देखकर आईजी अपने निरीक्षण में राजगढ़ पुलिस को शाबासी दे गए। निरीक्षण के दौरान आईजी अभयसिंह ने सारंगपुर थाने के निरीक्षण में रखरखाव व अपराधों का पंजीयन सही मिलने से पुलिस अधिकारियों को वेलडन कहा। इसके अलावा कार्यालय में उन्होंने दस्तावेजों का निरीक्षण किया। क्षेत्राधिकारियों के साथ बैठक कर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए दिशा निर्देश भी दिए। चर्चा के दौरान आइजी श्रीसिंह ने कहा कि मुझे लगता हैे चार से छ: महीने से हमारी राजगढ पुलिस ने खास कर अपराधों में पकड की है। पूरे देश भर में से जो चोरी की है थी उसके माल की रिकवरी की गई हैे। चाहें साइबर क्राइम की बात हो या फिर  ट्रैफिक की। नातरा यहां के सामाजिक लोगों की कुरीति हेै उस पर कैसे प्रहार किया जाए कैसे बचा जाए उस पर राजगढ़ पुलिस ने काफी अच्छा काम किया है। अच्छा काम करने की कोई लिमिट नहीं हैे लगातार उसमें ओर भी बढोतरी हो सकती हेै। आईजी श्रीसिंह ने कहा कि सभी को संज्ञान में हेै कि आईएसओ एक समारोह रखा गया था और उसमें 13 थाने और 5 कार्यालय हमारे जो उसमें उनको आईएसओ सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ हेै। उसके अलावा हमारे कुछ और थाने हेै जिनको पहले भी आईएसओ सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ हेै। जब थाने का विजिट करेंगे उनको अंदर से देखेंगे तो ये सर्टिफिकेट एक सर्टिफिकेट नहीं हैे उसका एक गुणात्मक सुधार हुआ हैे ओर आने से आपको अच्छा लगेगा। आईजी ने कहा कि यह कार्य बहुत प्रशंसनीय है। हमारे पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा काफी सक्रिय हेै ओर उन्होंने अपनी लीडरशीप प्रदान की है। सभी की प्रतिभा का आंकलन कर के उनको जो टास्क दिया हेै ओैर जो ये टाइम लिमिट में थाने में कार्य हुए है वह काबिले तारीफ हैे। राजगढ पुलिस के कप्तान को ढेर सारी बधाई देता हुं और कहूंगा कि जनता के लिए हम हैे ओर खास कर महिलाएं, बच्चे, पीडित वर्ग जो है उसके प्रति हमारा  रवैया हे वो बहुत अच्छा हो ।
दो दिवसीय जिले के दौरे में आए आईजी अभयसिंह ने बुधवार दोपहर के बाद सारंगपुर थाने का औचक निरीक्षण किया। करीब एक घंटे तक चले निरीक्षण में उन्होंने साफ-सफाई व्यवस्था, दस्तावेजों का रखरखाव, शस्त्रागार की स्थिति, महिला हेल्प डेस्क, हेल्प काउंटर देखा। सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त मिलने से उन्होंने संतोष जाहिर किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रयास यही रहे कि ज्यादातर कार्य कंप्यूटर से किए जाएं।

इस दौरान आइजी अभयसिंह ने मालखाना, हवालात, कंप्यूटर कक्ष, रिकॉर्ड आदि का निरीक्षण कर पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि थाने में आने वाले फरियादी की शिकायत को गंभीरता से सुना जाए और समय पर निराकरण किया जाए। महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों की शिकायतों पर संवेदनशीलता के साथ तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने थाने में लंबित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए। थाना प्रभारी को पुलिस गश्त व्यवस्था मजबूत करने, आमजन से आपसी समन्वय स्थापित करने सहित अन्य आवश्यक दिशा निर्देश दिए। सभी पुलिसकर्मी अपनी जिम्मेदारी को पूरी करते हुए आमजन की सुरक्षा के लिए लगातार काम करते रहना चाहिए। संवेदनशील मामलों का जल्द निपटारा हो। क्योंकि अगर ऐसे मामलों में देरी होती है तो अपराधियों का मनोबल बढता है। इस दौरान उन्होंने पुलिस को आम जनता की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध रहने के लिए प्रेरित किया। आइजी ने पुलिस कर्मचारियों की समस्याओं को जाना और उनके समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार शर्मा, डीएसपी डीके शर्मा, एसडीओपी अरविंद सिंह, थाना प्रभारी आकांक्षा हाड़ा, पचोर थाना प्रभारी अभिलेश वर्मा, एसआई गंुजा जमादार, दिलीप सिंह राजपूत, गोटीसिंह परास्ते, एएसआई आनंदीलाल भिलाला, रीतू रघुवंशी, रामेश्वर मिश्रा, भंवरसिंह भूरिया, प्रधानारक्षक नवीन राजपूत, कमल गुर्जर, सतीश परमार, इरफान खान, महेंद्र शर्मा, आरक्षक गजेंद्र सिंह बना, रवि शर्मा, रीना सिंह, कैलाश लोधी, श्याम शर्मा सहित पुलिस कर्मी उपस्थित थे।

बोले जिम्मेदार
हमने राजगढ़ जिले में औपचारिक निरीक्षण के दौरान थानों का भी निरीक्षण किया है। स्टाफ से बातचीत करना भी हमारा उद्देश्य था कि थाने में जो कार्रवाई हो रही है उसमें आने वाले पीडित व्यक्ति  से हम किस प्रकार से कार्रवाई करें कि उसे ठीक प्रकार से न्याय मिल सके। हमें किस प्रकार से व्यवहार करना चाहिए उस पर भी बात की। थाने का ओवर स्टेक्चर साफ सफाई, टेबल कुर्सी ओर पुलिस कर्मियों के स्वास्थ्य, निवास, प्रशिक्षण की आवश्यकता है। समग्र रूप से उसका आंकलन किया जा रहा है कि जनसेवक की जो भावना हेै उसको ओर कैसे बेहतर किया जाता हेै इसके बारे में भी हमने हमारे अधिकारियों के साथ बैठ कर मंथन किए। हमारे पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा  काफी सक्रिय हेै ओैर अपनी लीडरशीप प्रदान की है। सभी की प्रतिभा का आंकलन कर के उनको जो टास्क दिया हेै ओर जो ये टाइम लिमिट में थाने में जो कार्य हुए है वो काबिले तारीफ हैे।
अभयसिंह, आइजी, भोपाल