पारा @4 : सर्दी बढ़ने से सांस और दिल के मरीजों में हुआ इजाफा खड़ी फसलों पर पाला का खतरा, किसान परेशान, सिंचाई करने की सलाह।
पारा @4 : सर्दी बढ़ने से सांस और दिल के मरीजों में हुआ इजाफा
खड़ी फसलों पर पाला का खतरा, किसान परेशान, सिंचाई करने की सलाह।
सारंगपुर//
न्यूनतम तापमान में रविवार को एक डिग्री की और कमी दर्ज की गई। तापमान 4 डिग्री पर आ गया। आगे अभी कम से कम दो दिन यही स्थिति बनी रहने की संभावना है। ठंड से आमजन जीवन प्रभावित हो रहा है। बढ़ती सर्दी से सांस और हृदय रोग से संबंधित मरीज अस्पताल में बढ़ रहे हैं। लगातार बढ़ती ठंड से एक और जहां लोगों की सेहत बिगड़ हो रही है, वहीं दूसरी और किसानों की खड़ी फसल भी दांव पर लग गई है। चिकित्सकों व कृषि वैज्ञानिकों ने ठंड में सुरक्षा के मद्देनजर एडवाइजरी जारी की है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक शुक्रवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री और न्यूनतम तापमान 4 डिग्री दर्ज किया गया। बताया गया कि उत्तर क्षेत्र में बर्फबारी के चलते अभी कम से कम एक सप्ताह तक यह स्थिति बनी रहेगी। इसके बाद तापमान में थोड़ी बढ़ोत्तरी की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यह स्थिति पिछले कई वर्ष बाद बन रही है। अच्छी धूप के बावजूद हवा में शीत लहर के चलते तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। सर्द हवा के कमजोर पड़ने पर तापमान में इजाफा होगा।
सांस संबंधित केस भी बढ़े :
बढ़ती ठंड में सांस के केस भी बढ़ रहे हैं। सिविल अस्पताल में पूर्व में जहां दो से तीन दिन के अंतराल पर दिल, सांस के केस आते रहे हैं। वहीं अब हर रोज हार्ट से प्रभावित मरीज अस्पताल पहुंच रहे है। चिकित्सकों के मुताबिक मधुमेह व ब्लड प्रेशर के मरीजों को बढ़ी ठंड में लकवा का खतरा अधिक रहता है। इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है।
सब्जी की फसल पर ज्यादा असर :
बढ़ी ठंड का सबसे अधिक असर सब्जी की फसल पर पड़ेगा। मटर व गेहूं की खड़ी फसल भी पाला से प्रभावित हो सकती है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि उन फसलों को ज्यादा नुकसान होगा, जिनमें फूल आने की स्थिति बन रही है। किसान इन फसलों की हल्की सिंचाई करें। संभव हो सके तो गर्म धुआं करें। कृषि महाविद्यालय गंजबासौदा के कृषि वैज्ञानिक के मुताबिक एक महीने पहले तक जिन फसलों की बोवनी की गई है, उन पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
तेज सर्दी में मरीजों में भी इजाफा :
सिविल अस्पताल के चिकित्सक मनीष सूर्यवंशी की माने तो ठंड बढ़ने पर एक और जहां सर्दी-जुकाम के मरीज बढ़े हैं। वहीं सांस व हृदय रोगियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। वैसे तो सामान्य दिनों की तुलना में ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या कम बताई जा रही है, लेकिन जो मरीज पहुंच रहे हैं। उनमें आधे सर्दी जुकाम व बुखार से पीड़ित होते हैं। चिकित्सक डॉ. अंकित यादव के मुताबिक एक सप्ताह से आधा दर्जन से अधिक मरीज आ रहे हैं। हृदय रोगियों की संख्या में भी कुछ ऐसा ही इजाफा हुआ है। हालांकि चिकित्सक ठंड में इस स्थिति को सामान्य मान रहे हैं।
चिकित्सकों के सुझाव
अनावश्यक रूप से बाहर नहीं निकलने की सलाह
ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें व सिर ढंके।
गर्म पानी पीएं व स्नान भी गर्म पानी से ही किया जाए।
व्यायाम चिकित्सक की सलाह पर ही करना चाहिए।
ताजा भोजन करें, बासी व ठंडा भोजन अपच होगा।