राज्यमंत्री गौतम टेटवाल के प्रयास लाए रंग, डॉ.सरिता यादव ने ग्रहण किया पदभार सिविल अस्पताल में देंगी निश्चेतना विशेषज्ञ के रुप में सेवाए छ वर्षो के बाद सिविल अस्पताल में चालू होगी ओटी, सीजर भी होंगे
राज्यमंत्री गौतम टेटवाल के प्रयास लाए रंग, डॉ.सरिता यादव ने ग्रहण किया पदभार
सिविल अस्पताल में देंगी निश्चेतना विशेषज्ञ के रुप में सेवाए
छ वर्षो के बाद सिविल अस्पताल में चालू होगी ओटी, सीजर भी होंगे
सारंगपुर//
मप्र शासन के राज्यमंत्री एवं सारंगपुर विधायक गौतम टेटवाल के अथक प्रयास के बाद सारंगपुर सिविल अस्पताल में निश्चेतना विशेषज्ञ एवं महिला रोग विशेष के रुप में एक बार फिर डाक्टर सरिता यादव ने पदभार ग्रहण कर लिया है। जो कि सिविल अस्पताल में उपचार कराने आने वाली गर्भवती महिलाओं सहित प्रशू कराने आई प्रसूताओं के लिए ये अच्छी खबर है। क्योंकि वह जल्द ही सारंगपुर के सरकारी अस्पताल में ओपीडी से लेकर लेबर रूम तक महिला मरीजों के लिए डॉक्टर सरिता यादव शासकीय चिकित्सक के रूप में ड्यूटी पर अपनी सेवा देते हुए दिखाई देगी। दरअसल शासन द्वारा डॉक्टर सरिता यादव की पोस्टिंग दोबारा से सिविल अस्पताल सारंगपुर में की है। उनके द्वारा इस वर्ष 4 मई को जिला चिकित्सालय में ज्वाइन कर 5 से 7 सीजर ऑपरेशन कर अपनी सेवा देना शुरू कर दी गई थी। अपने पद से इस्तीफा दे चुकी काबिल महिला डाक्टर को पुन: स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में लाने के लिए राज्यमंत्री श्रीटेटवाल ने शासन स्तर पर प्रयास किए, जिसके नतीजे में अब सिविल अस्पताल को डा. सरिता के रुप में पुन: होनहार डाक्टर की सौगात मिल चुकी है।
उल्लेखनीय है छ: वर्षों पहले सारंगपुर सिविल अस्पताल अधिक्षक सहित बीएमओ पद पर पदस्थ रह चुकी निश्चेतना विशेषज्ञ डॉक्टर सरिता यादव ने अस्पताल में आ रही डाक्टरों की कमी के कारण मानवता का परिचय देते हुए स्थानीय सिविल अस्पताल में अपनी सेवा देने का मन दो महीने पूर्व बना लिया था। जिसके चलते उक्त चिकित्सक ने अपना सहमति पत्र जिला स्वास्थ्य अधिकारी किरण वाडिया को सौपा था।
गर्भवती महिलाओं को होगा लाभ
महिला रोग विशेषज्ञ निश्चेतना स्पेशलिस्ट डॉक्टर सरिता का स्वास्थ विभाग में लोटने का लाभ सारंगपुर शहर सहित क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं व प्रसूताओं को मिलेगा। ज्ञात हो कि चिकित्सक की वापसी की खबर सुनते ही अंचल की महिलाओं में हर्ष व्याप्त है। वही महिलाओं का कहना है की अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ के आने से नगर की गर्भवती महिलाओं को प्राइवेट क्लिनिक पर नहीं जाना पडेगा। साथ ही प्रशू कराने आने वाली प्रसूताओं को भी अन्यंत्र शाजापुर, उज्जैन, इंदौर जैसे बडे शहरों में रेफर करने का सिलसिला थम जाएगा। जिससे महिलाओं के परिजनों को आर्थिक भार नही उठाना पडेगा। क्षेत्र की महिला प्रीतिबाला जैन, मंगलादेवी सोनी आदि महिलाओं कहना है कि चिकित्सक यादव क्षेत्र की सबसे लोकप्रिय एवं विश्वनीय महिला चिकित्सक है। स्वास्थ्य विभाग में इनके आने से अस्पताल में डॉक्टर की कमी दूर होगी खासकर गर्भवती महिलाओं व प्रसूताओं को उपचार व सीजर कराने परेशान नही होना पडेगा।
छ: साल से गर्भवती महिलाओं को था इंतजार
लगभग 15 वर्षों तक निश्चेतना विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा लेप्रोस्कोपीक सर्जन रही व अब तक सात हजार नसबंदी सहित 850 सीजर ऑपरेशन के रूप में अस्पताल में अपनी सेवा दे चुकी डॉक्टर यादव ने 8 अक्टूबर को जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि से हुए विवाद के बाद 2018 में रोगी कल्याण समिति की बैठक में अपना इस्तीफा विभाग को सौप दिया था। हालाकी स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों सहित शासन ने चिकित्सक का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था। तब से उक्त चिकित्सक का पद विभाग ने सारंगपुर सिविल अस्पताल में रिक्त रखा था। विभाग द्वारा इस्तीफे की मंजूरी नही मिलने के बाद से क्षेत्र की प्रसूताओं गर्भवती महिलाओं को उम्मीद थी कि सिविल अस्पताल में डॉक्टर सरिता की वापसी जरूर होगी।
प्रसूताओं को रेफर करने का सिलसिला रुकेगा
शहर की गर्भवती महिलाएं ने बताया कि स्थानीय सिविल अस्पताल में वर्तमान में एक बॉन्डेट महिला तो दूसरी मेडिकल ऑफिसर सहित एक स्त्रीरोग विशेषज्ञ के रूप में भले ही तीन महिला चिकित्सक पदस्थ हो किंतु वास्तविकता में आज भी सारंगपुर सिविल अस्पताल से प्रसूताओं को रेफर करने का सिलसिला बदस्तूर रूप से जारी है। चिकित्सालय में शहर सहित दूर दराज अंचल से प्रशु कराने आने वाली प्रसूताओं को पदस्थ नर्सों द्वारा ही जच्चा बच्चा की जिमेदारी उठाना पडती है। महिला चिकत्सक के अभाव में रोजाना कई प्रसूताओं को नर्स स्टाफ द्वारा रेफर भी कर दिया जाता है। ऐसे में महिला मरीजों का कहना है की डॉक्टर सरिता यादव की वापसी अहम का वहम तोडना साबित होगी।
इनका कहना है
अस्पताल में आ रही डाक्टरों की कमी के कारण मानवता के लिए मेरे द्वारा सविल अस्पताल में अपनी सेवा देने का मन बना है। जिसके चलते मैंने पूर्व में अपना सहमति पत्र जिला स्वास्थ्य अधिकारी किरण वाडिया को सौंपा था। हम शासन के निर्देशानुसार सिविल अस्पताल में पदभार ग्रहण कर लिया है। लोगो के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
डॉक्टर सरिता यादव, निश्चेतना विशेषज्ञ, सिविल अस्पताल, सारंगपुर।
मप्र संचानालय स्वास्थ्य सेवाए वरिष्ठ संयुक्त संचालक (विज्ञप्त) के द्वारा डा. सरिता सिंह यादव सिविल अस्पताल सारंगपुर को कार्य पर उपस्थित कराने की अनुमति प्रदान करते हुए विभागीय जांच के निर्देश दिए है। इसके पहले डॉक्टर सरिता द्वारा ही जिला अस्पताल में महिलाओं के सीजर ऑपरेशन किए जा रहे थे।
डा.किरण वाडिया, सीएमएचओ, राजगढ़।
हमारा यही प्रयास है कि सारंगपुर विस क्षेत्र और सिविल अस्पताल में आने वाले गरीब, वंचित और कमजोर तबके के लोगो को बेहतर उपचार मिलें। इसलिए लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए सीएम साहब डा. मोहन यादवजी के नेतृत्व में हम प्रयासरत है। डा. सरिता के आने से क्षेत्र की महिलाओं को बेहतर उपचार की सुविधा मिलेगी।
गौतम टेटवाल, सारंगपुर विधायक एवं राज्यमंत्री मप्र शासन।