अफसरों की अनदेखी : खदानों की लीज ही नहीं, सवाल- किसकी शह से पहाड़ियां खोद रहे खनन माफिया। एसडीएम बोले कार्रवाई के लिए खनिज अधिकारी को लिखा पत्र।
अफसरों की अनदेखी : खदानों की लीज ही नहीं, सवाल- किसकी शह से पहाड़ियां खोद रहे खनन माफिया।
एसडीएम बोले कार्रवाई के लिए खनिज अधिकारी को लिखा पत्र।
सारंगपुर//
शहर सहित अंचल में इन दिनों वैध-अवैध बसाहटों में विकास व मूलभूत सुविधाओं के नाम पर राजस्व की चोरी की जा रही है। सड़कों का बेस बनाने के लिए अवैध रूप से बड़ी मात्रा में मुरम का उपयोग किया जा रहा है। पक्की सड़कें बनाने में बजरी, रेत, बोल्डर व मुरम कहां से आ रहा है, ये बड़ा सवाल है। क्योंकि यहां व अंचल में किसी भी खदान की लीज स्वीकृत नहीं की गई है। बावजूद खनन माफिया यहां सक्रिय है। अफसरों की अनदेखी भी ऐसी कि लिखित शिकायतो के बाद भी कार्रवाई नहीं होती है, हालाकि सारंगपुर एसडीएम रोहित कुमार बम्होर ने जिला खनिज अधिकारी को पत्र लिख कर जांच कर कार्रवाई करने पत्र लिखा है, लेकिन बावजूद इसके लगातार खुदाई व परिवहन के बावजूद यहां न तो किसी भी तरह की जांच की गई, न कॉलोनाइजर्स से ये पूछा गया कि आखिर सड़कें बनाने के लिए रेत व बोल्डर आखिर कहां से लाया जा रहा है, दूसरी ओर दिखावे की कार्रवाई कर वाहवाही लूटी जा रही है। बता दे कि क्षेत्र में जिस मान से अवैध खनिज का उपयोग किया जा रहा, उस मान से ये कार्रवाई नाकाफी मानी जा रही है।
मकान बनाने में भी बड़ी मात्रा में हुआ खनिज का उपयोग :
सरकारी योजनाओं के अलावा निजी तौर पर बनाए जा रहे मकानों में बड़ी मात्रा में रेत, मुरम, बोल्डर व गिट्टी का उपयोग किया जा रहा है। माफियाओं की हिम्मत भी ऐसी की दिन-दहाड़े खनिज की सप्लाई की जा रही है। अवैध रूप से किए जा रहे परिवहन में सीधे तौर पर शासन को राजस्व का नुकसान हो रहा है।
सारंगपुर सहित किठोर, तलेनी, भैंसवामाता, बावली, निपान्यातुला में सक्रिय मुरम माफिया :
अंचल में तलेनी, किठोर, भैंसवामाता, बावली, निपान्यातुला की पहाड़ियों पर अवैध रूप से किए जा रहे उत्खनन के चलते पहाड़ियों पर अब विशालकाय गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे हैं। बारिश के दिनों में इनमे पानी भरने के बाद हादसों की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
अजब-गजब : खेती करने शासन ने दिए थे पट्टे, ये जमीन भी खोद डाली :
सरकार ने जरूरतमंदों को खेती करने के लिए जमीन आवंटित कर मालिकाना हक दिया है। पट्टे की इस जमीन का भी गलत तरीकों से उपयोग किया जा रहा है। कई जगह पट्टे की जमीन को माफियाओं ने औने-पौने दामों में खरीद लिया है। इन्हें खोदकर मुरम व पत्थरों का अवैध व्यवसाय किया जा रहा है। जबकि इस जमीन पर संबंधित हितग्राहियों को सिर्फ खेती करने का ही अधिकार है।
ये रिश्ता क्या कहलाता है : एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे अफसर :
मामले में खनिज विभाग को नियमानुसार कार्रवाई करना चाहिए, लेकिन वह नियमित रूप से यह कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। खनिज अधिकारी मुमताज का कहना है कि यदि रोजाना अवैध उत्खनन किया जा रहा है, तो तहसीलदार को भी शिकायत की जा सकती है। दूसरी तरफ राजस्व विभाग के अफसरों का कहना है कि ये मूल काम खनिज विभाग का है।
मौका मुआयना कर कार्रवाई करेंगे...
हम समय-समय पर अलग-अलग जगह पर अधिकारी को निरीक्षण करने के लिए भेज रहे हैं। सारंगपुर में भी उन्हें भेजकर मौका मुआयना कर कार्रवाई करेंगे। अवैध खनन की तहसीलदार से भी शिकायत कर सकते हैं।
मुमताज खान, खनिज अधिकारी राजगढ़
पत्र लिखा है
कॉलेज प्राचार्य ने अवैध उत्खनन की लिखित शिकायत की थी, हमने जिला खनिज अधिकारी को जांच कर कार्रवाई करने का पत्र भेज दिया है, आगे की कार्रवाई वही करेंगे।
रोहित बम्होरें एसडीएम सारंगपुर