पांच सालों में घायल अवस्था में मिली हजारों गाय, टीम बनाकर की सेवा ।

गौसेवक टीम की सराहनीय पहल, बिना स्वार्थ चारा, भूसा सहित उपचार में कर रहे सहयोग।

सारंगपुर//

गो सेवक टीम पहल के गोसेवा अभियान के पांच वर्ष पूरे होने पर टीम के गो सेवक सहित पूरी टीम में उत्साह और उत्सव का माहौल दिखाई दे रहा है। एक फोन कॉल पर तत्काल मौके पर पहुंचकर, बिना स्वार्थ के एक दिन रात बिना रुके चौबीसों घंटे घायल और बीमार गायों की सेवा के पांच वर्ष पूरे करना एक अचंभित करने वाली बात है, किंतु सत्य बात है।

टीम पहल ने गायों के प्राणों की रक्षा की :

इन पांच सालों में गौसेवक टीम पहल ने पांच हजार से अधिक घायल और बीमार गायों का आवश्यक इलाज कर प्राणों की रक्षा की। इस दौरान गायों में लंपि वायरस और बेगा जैसी संक्रामक बीमारियां भी आई। सड़क दुर्घटनाओं में भी तेजी से इजाफा हुआ, लेकिन टीम रुकी नहीं बल्कि तेजी से गो सेवा में जुटी रही। बरसात के अलावा अन्य दिनों में प्रतिदिन के औसत से कम गो सेवा का अवसर मिलता है, लेकिन बरसात में औसत से अधिक घायल और बीमार गायों की सूचना मिलती है। गो सेवा अभियान में चौबीसों घंटे सेवा के लिए तत्परता की महती जिम्मेदारी थी। लेकिन आनंद धनगर के दृढ़ निश्चय और जिद के आगे सबके तर्क ओछे पड़ गए, सबको आनंद की बात को मानना पड़ा और 2019 को टीम पहल ने गो सेवा अभियान की औपचारिक घोषणा कर दी। घोषणा होते ही धनगर को टीम पहल की सेवा के लिए अपना मोबाइल नंबर सार्वजनिक कर सौंप दिया।

हर परिस्थिति में सेवा करने का दृढ़ निश्चय :

हर परिस्थिति की जिम्मेदारी उठाने का दृढ़ निश्चय कर चुके उक्त गौसेवक अकेले भी विपरीत मौसम में कभी भी क्षेत्र में कहीं भी गायों के इलाज के लिए जाने लगे। टीम ने गायों का इलाज करने के साथ साथ अपने साथियों को भी गाय के इलाज की बारीकियां सिखाना शुरू कर दिया। धीरे धीरे टीम से सीख कर ब्रज धनगर, आनंद ठाकुर, जितेंद्र धनगर, मोनू ठाकुर, आकाश मालवीय, राजेश धनगर, शेर सिंह मालवीय भी टीम की तरह माहिर हो गए। अब आनंद की तरह टीम के कई युवा अकेले गायों का उपचार कराने चिकित्सीय सेवा में डॉक्टर अमित शाक्य, किशोर खींची की मदद लेने लगे हैं। साथ ही अन्य सदस्यों से गौ सेवा अभियान शुरू करने का विचार साझा किया। इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय लेने के लिए गंभीरता से विचार विमर्श किया गया, क्योंकि टीम पहल जो भी सेवा अपने हाथ में लेती संकल्प के साथ किसी भी परिस्थिति में पूरा करती है। चूंकि गो सेवा में शुरू में केवल नाम मात्र के युवा ही माहिर थे।

गौसेवा से मिली शांति और सहयोग
गौ सेवा और टीम पहल ने मेरी जिंदगी बदल दी। मैं मानता हूं गोसेवा से जुडने के बाद मुझे जो भी सफलता मिली है वह गो सेवा का ही आशीर्वाद है। गो सेवा से सांसारिक सफलता के साथ मन की शांति और संतोष अमूल्य है।
आनंद धनगर गो सेवक टीम सारंगपुर