ज्ञापन:
चार दिन में पाइपलाइनों से बांध पानी छोडा जाए, नहीं तो करेंगे चक्का जाम:किसान
क्षेत्र के किसानों ने मप्र शासन के राज्यमंत्री और एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

सारंगपुर

वर्तमान में किसान सिंचाई के कार्य में लगे हुए है लेकिन कई गांवो में किसानों को कुंडालिया और मोहनपुरा डेम से संचालित होने वाली सिंचाई परियोजना का लाभ नहीं मिल रहा है। यही वजह है कि उन क्षेत्रो के किसान नाराज है और अपनी आवज बुलंद कर रहे है। इसी को लेकर सोमवार को ग्राम भ्याना, लीमाचौहान एवं अन्य ग्रामीण इलाको किसानों ने सारंगपुर पहुंचकर मप्र शासन के राज्यमंत्री गौतम टेटवाल एवं एसडीएम रोहित बम्होरे को ज्ञापन सौंपा और किसानों ने शासन-प्रशासन से नदी तालाबो में कुंडालिया एवं मोहनपुरा बांध का सिंचाई हेतु पानी छोडने ने मांग की। किसानों ने जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों से कहा कि वर्तमान में भूमि का जलस्तर अचानक कम हो जाने के कारण हम समस्त ग्राम भ्याना, लीमाचौहान, हराना, दराना, दयाखेडी, देदला, निपनिया तुला, पठारी, खेर्चाखेडी, बरोल एवं तिसई आदि ग्रामीणों के किसान जलसंकट से जूझ रहे है। किसानों ने कहा कि हमारी फसले सूखने की कगार पर है तथा 25 फीसदी कृषि योग्य सिंचित भूमि सुखी पडी है। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि 4 दिवस के अंदर दोनों बांधो की पाइपलाइनों से पानी छोड़ा जाए। अन्यथा हम किसान बंधु धरना प्रदर्शन एवं उग्र आंदोलन करेंगे।
चक्का जाम करेंगे
ज्ञापन के माध्यम से किसानों ने मप्र शासन के राज्यमंत्री गौतम टेटवाल एवं एसडीएम रोहित बम्होरे को ज्ञापन सौंपते हुए किसानों ने आग्रह किया कि सिंचाई का पानी छोडकर हमें इस संकट की घडी से उभारा जाए एवं हमारी फसलो को सूखने से बचाया जाए। हमारी मांग पुरी नहीं होती है तो सारंगपुर-संडावता मार्ग पर चक्का जाम करेंगे। ज्ञापन देने वालो में पंकज शर्मा, शंकर कुमार, भेरुलाला, राधेश्याम, जगदीश, हिम्मतसिंह, शांतिलाल, बाबूलाल आदि उपस्थित थे।
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