नायब तहसीलदार की सजगता से पकड़ाया रेत का अवैध भंडार ड्राइवरों के बयान के बाद खुलासा
माफियाओं ने बना लिए थे रेत के पहाड़, 400 ट्रॉली से ज्यादा रेत जप्त।
सत्यनारायण वैष्णव (संपादक)

नायब तहसीलदार सुरेश सिंह की सजगता से गुरुवार को पकड़े गए रेत से भरे दो ट्रेक्टर के मामले में रेत का अवैध कारोबार का खुलासा हुआ है। अवैध रेत ट्रेक्टर से ले जाते पकड़े गए ड्रायवरों ने अवैध रेत के भंडारण का पता बताकर सारंगपुर राजस्व प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। दरअसल लीमाचौहान पुलिस को ड्राइवरों ने दिए बयानों के आधार पर छापामार कार्रवाई की थी। पुलिस ने कालीसिंध नदी किनारे स्थित सारंगपुर तहसील के गांव खजुरिया घाटा में दबिश देकर बड़े बड़े रेत के पहाड़ जप्त किए है। माफियाओं ने करीब 400 ट्रॉली रेत एकत्रित की थी जिसे 5 से 6 हजार प्रति ट्रॉली बेच रहे थे। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे सारंगपुर तहसीलदार पंचनामा बनाकर माफियाओं पर कार्रवाई कर रहे है। शुक्रवार को अचानक कालीसिंध किनारे खजुरियाघाटा गांव में दबिश देकर करीब 400 ट्रॉली रेत जप्त की है।
इस तरह खुलासा हुआ अवैध रेत के भंडारण का
दरअसल, गुरुवार को नायब तहसीलदार सुरेश सिंह ने रेत से भरे दो ट्रेक्टर ट्रॉली जप्त किए थे। पकड़े गए ड्राइवरों ने बयान दिए की वो किराए पर ट्रॉली चलाकर रोजाना 10 ट्रेक्टर रेत 5 से 6 हजार रुपए प्रति ट्रॉली में बेचते है। उन्होंने पुलिस को बयान दिया था कि खजुरिया घाटा में भगवानसिंह पिता नारायणसिंह पाल ने कालीसिंध से खनन कर बड़ी मात्रा में रेत एकत्रित की है। मिली जानकारी के बाद नायब तहसीलदार सुरेशसिंह ने मामला सारंगपुर तहसील क्षेत्र का होने पर एसडीएम संजय उपाध्याय को जानकारी दी। उसके बाद शुक्रवार सुबह सारंगपुर तहसीलदार मनोज शर्मा के साथ लीमाचौहान थाना प्रभारी अनिल राहोरिया और उनकी टीम मौके पर पहुंची।
जहां बड़े बड़े रेत के टीले देखकर पुलिस हैरान रह गयी।
बताया जा रहा है 30 जून से 30 सितंबर तक किसी भी प्रकार के रेत खनन पर एनजीटी की रोक है। उसके बावजूद अवैध रूप से सारंगपुर तहसील क्षेत्र में कालीसिंध नदी से अवैध रेत खनन किया जा रहा है और रेत माफियाओ ने रेत एकत्रित कर बड़े बड़े टीले बना दिए। जबकि तहसील कार्यालय के सामने से एबी रोड होते हुए ट्रेक्टर रेत लेकर निकल रहे है और शहर में ही काली मस्जिद रोड पर आधा दर्जन ट्रेक्टर रेत लेकर खड़े रहते है और प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता है।
मामले में तहसीलदार मनोज शर्मा से बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। वहीं कार्रवाई स्थल पर मौजूद पटवारी आशीष पांडे ने बताया की पुलिस को दिए बयानों के आधार पर प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची है। 4-5 लोगों के खिलाफ प्रकरण बनाए जा रहे है। वहीं लोगों का कहना है की बिना प्रशासन की अनदेखी के इतना बड़ा रेत का जखीरा एकत्रित नहीं किया जा सकता। वही रेत माफिया रोजाना 50 से 60 हजार रुपए की रेत बेच रहे थे।
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