त्योहारी सीजन में सड़कों पर कारोबार, राहगीरों के हाल बेहाल सड़कों बाजारों में दिन भर लगता जाम, चरमराई यातायात व्यवस्था
त्योहारी सीजन में सड़कों पर कारोबार, राहगीरों के हाल बेहाल
सड़कों बाजारों में दिन भर लगता जाम, चरमराई यातायात व्यवस्था
सारंगपुर
शहर में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाने के कारण नगर के बाजार, अकोदिया नाका अस्थाई अतिक्रमण की भेंट चढ़ गए है। हालात यह है कि, प्रमुख बाजारों की सड़कें सिकुड़कर अपना अस्तित्व खोती जा रही है। शहर के प्रमुख मार्गों पर दिन में एक दो बार नहीं बल्कि अनगिनत बार जाम लग जाते है, जिसमें फंसकर शहरवासी जिम्मेदारों को कौसते नजर आते हैं ओर कह रहे है कि, आखिर कब इस समस्या से छुटकारा मिलेगा। हालांकि, शहर में आने वाले लोगों के पास अव्यवस्थाओं के बीच फंसने के अलावा दूसरा रास्ता भी तो नहीं है। यही वजह है कि, दिन पर दिन शहर के प्रमुख बाजारों के हालात बिगड़ते जा रहे है, लेकिन जिम्मेदार है कि, न तो कोई ठोस प्लान तैयार कर रहा है और न ही प्लानिंग के तहत शहर के विकास पर ध्यान दिया जा रहा है।
बेतरतीब पार्किंग बनी नासूर :
अकोदिया रोड़ से जयनगर तक लगभग 5 किलोमीटर के क्षेत्र में फैले शहर की यातायात व्यवस्था वर्तमान में बदहाल स्थिति में है। यहां अस्थाई अतिक्रमण और बेतरतीब वाहन पार्किंग की समस्या नासूर बन गई है, जिसके चलते शहर की सड़कों और ओल्ड एबी रोड पर आए दिन कई बार जाम लगा रहा है। सूत्रों की माने तो शहर की यातायात व्यवस्था सुधार के लिए पिछले सालों से लेकर आज तक कोई बैठकें नही हुई है, शहरवासियों का कहना है की नगर में ठोस कार्रवाई का अभाव है। हर साल त्योहारों पर केवल एक दो दिन व्यवस्था सुधारने की खानापूर्ति होती है, उसके बाद हालात जस के तस बन जाते हैं।
भेरू दरवाजा रोड़ की नही ले रहे सुध :
शहर के भेरू दरवाजा रोड पर संचालित होने वाले बाजार की स्थिति देखें तो यहां के हालात गांवों में लगने वाले हाट बाजारों की भांति दिखाई देते है। अव्यवस्थित व बेतरतीब व्यवस्था के कारण ही यहां रोजाना कई बार शहरवासी जाम में फंसते है। स्थिति यह है कि, यहां दुकानदारों द्वारा दुकानों रखे सामानों से ज्यादा सामान तो दुकानों के बाहर सड़क व फुटपाथ पर रख दिया जाता है। पैदल राहगीरों के लिए लाखों रूपए खर्च कर बनाए गए फुटपाथ पर खंभे से लेकर सड़क तक अतिक्रमण किया जा चुका है।
दुकानों के आगे अस्थाई अतिक्रमण :
बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था से दिन भर में शहर के मुख्य बाजार में भी कई बार जाम लग जाता है। जिसके कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। बाजार में बार-बार जाम का मुख्य कारण है कि वाहनों की बेतरतीब पार्किंग और दुकानों के आगे तक रखा सामान। कुछ यही स्थिति शहर के अन्य बाजारों में भी नजर आती है।
शहर का मैन बाजार की हालात खराब :
शहर का सबसे पुराना और सबसे व्यस्ततम बाजार, सदर बाजार है। इस त्रिपोलिया बाजार, नजीमाबाद स्कूल के हालात ऐसे निर्मित हो गए है कि, सड़क के दोनों साइडों में दुकानदारों ने अस्थाई अतिक्रमण किया हुआ है, दुकानों के आगे सड़क पर सामान सजाकर बैठना अब लोगों की आदत सी बन गई है। इसके अलावा दुकानों के आगे मोटर साइकिलें व अन्य वाहन खड़े हो जाते है, जिससे बाजार की सड़कें सिकुड़ गई हैं। बाकी बची सड़क पर ऑटो व कारें कब्जा कर लेती हैं, जिससे बाजार में आने वाले लोगों को खासी मशक्कत करनी पड़ती है। बता दे की शहर की अव्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था से रोज कहीं न कहीं जाम लग रहा है। सबसे ज्यादा गंभीर समस्या अकोदिया रोड रोड पर है। यहां दिन भर में कई बार जाम लगता है।
पूर्व में लिए गए निर्णय, जिन पर नहीं हो पाया अमल :
शहर में सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित ।
पुराना अस्पताल और पुराना बसस्टैंड परिसर में वाहन पार्किंग हटाना।
शहर के बस स्टेंड पर ऑटो स्टैंड का निर्धारण।
भेरूदरवाज क्षेत्र को नो व्हीकल जोन बनाना।
दुकानों के आगे अस्थाई अतिक्रमण और दुपहिया वाहनों की बेतरतीब पार्किंग पर रोक।
प्लान बनाएंगे
मुझे आज ही सारंगपुर नगर पालिका का चार्ज मिला है, नगरवासियों, जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर हम बाजार की व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए प्लान तैयार करेंगे।
दीपक रानवे प्रभारी सीएमओ नपा सारंगपुर