भारत में विविध मान्यताओं के चलते सामाजिक समरसता बनाने में लोक कलाओं का विशेष योगदान रहा,,,, मंत्री टेटवाल
*भारत में विविध मान्यताओं के चलते सामाजिक समरसता बनाने में लोक कलाओं का विशेष योगदान रहा,,,, मंत्री टेटवाल*
सारंगपुर में लोक संस्कृति महोत्सव का भव्य आयोजन, संजावली प्रतियोगिता ने भरा उत्साह।
कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री ,स्वतंत्र प्रभार गौतम टेटवाल के द्वारा राजगढ़ के सारंगपुर में लोक संस्कृति को जीवंत बनाए रखने एवं भावी पीढ़ी को लोक संस्कृतियों से अवगत कराने के लिए भव्य आयोजन किया गया। लोक संस्कृति कला महोत्सव में मालवा की समृद्ध लोक परंपराओं को जीवंत करने का प्रयास किया गया। अतिथियों ने प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री टेटवाल ने कहा कि हिंदुस्तान में विविध कलाओं और लोक गाथाओं का समागम आदिकाल से चल रहा है। विविध मान्यताओं के चलते सामाजिक समरसता बनाने में लोक कलाओं का विशेष योगदान रहा है।आज की पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा, "हमारी परंपराएं और तीज-त्योहार हमें हमारी संस्कृतिक जड़ों से जोड़ते हैं, और भावी पीढ़ी को इनसे अवगत कराना हमारा दायित्व है।
कार्यक्रम।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता वरिष्ठ समाज सेवी लक्ष्मी नारायण चौहान ने गोबर का महत्व बताते हुए कहा कि हमारी सनातन परंपरा में गोबर का विशेष महत्व है। गाय और गोबर की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है सनातन परंपरा में गए और गोबर का अत्यधिक महत्व है और उसी को जिंदा रखना हम सब का कर्तव्य है
कार्यक्रम में संजावली निर्माण और संजावली गीत गायन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें सारंगपुर विधानसभा क्षेत्र के 11 संकुलों की 110 बहनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह प्रतियोगिताएं न केवल लोक कला को सहेजने का माध्यम बनीं, बल्कि नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत भी रहीं।
संजावली मालवा की एक प्रमुख लोक परंपरा है, जिसमें महिलाएं संजा पर्व के दौरान मिट्टी की सुंदर चित्रकलाएं बनाकर मां पार्वती से सुखी वैवाहिक जीवन और परिवार की समृद्धि की कामना करती हैं। यह त्योहार 16 दिन तक चलता है और इसे विशेष रूप से कुंवारी कन्याएं मनाती हैं। इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रही बहनों को पुरस्कृत किया गया।
हमारी परंपराएं और उत्सव हमें सामाजिक समरसता और संगठन की शक्ति का पाठ पढ़ाते हैं। यह महोत्सव हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है
कार्यक्रम के दौरान प्रजापिता ब्रह्माकुमारी की बहन विजय लक्ष्मी दीदी ने सभी प्रतिभागी बहनों को आशीर्वाद प्रदान किया और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने के महत्व पर प्रकाश डाला। कस्तूरबा हॉस्टल की बहनों द्वारा प्रस्तुत आकर्षक नृत्य ने भी कार्यक्रम में चार चांद लगाए।
इस भव्य आयोजन में सारंगपुर नगर पालिका अध्यक्ष पंकज पालीवाल, पचोर नगर परिषद अध्यक्ष विकास करोड़िया जनपद अध्यक्ष देवनारायण नागर भाजपा नेता निर्मल जैन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन सुशील व्यास ने किया एवं आभार प्रदर्शन जन अभियान परिषद के बद्री लाल बामनिया द्वारा किया गया।