अंग्रेजो के जमाने के कालीसिंध पुल पर हुए बड़े बड़े गड्ढे, खतरे में राहगीर। सेतु निगम ने 30 जुलाई को गुणवत्ता हीन मटेरियल से भरे थे गड्डे, एक सप्ताह भी नही टीका मटेरियल फिर हुए गड्डे ।
अंग्रेजो के जमाने के कालीसिंध पुल पर हुए बड़े बड़े गड्ढे, खतरे में राहगीर।
सेतु निगम ने 30 जुलाई को गुणवत्ता हीन मटेरियल से भरे थे गड्डे, एक सप्ताह भी नही टीका मटेरियल फिर हुए गड्डे ।
सत्यनारायण वैष्णव (सारंगपुर)
नगर से निकले पुराने हाईवे स्थित कालीसिंध नदी पर बने अंग्रेजों के जमाने के पुल पर गड्डे ही गड्ढे हो चुके है। एक तरफ पुल पर रेलिंग नहीं होने से हमेशा हादसों का डर बना रहता है उस पर गड्डो के कारण वाहन एक सीध में नहीं चल पाते है। जिसके कारण हादसों का खतरा बढ़ता जा रहा हैं। उक्त पुल के दोनों ओर बडे बडे और गहरे जानलेवा गड्ढे बन रहे हैं। जिसके कारण वाहनों चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। साथ ही आए दिन गड्ढों के कारण हादसे भी होते रहते है। रेलिंग नहीं होने से वाहन चालको को सीधे नदी में गिरने का भय बना रहता है। कई बार वाहन चालक सीधे नदी में गिरने से हुए हादसों में कई लोगों की जान भी जा चुकी है लेकिन कोई भी पुल की हालात सुधारने के लिए ध्यान देना नहीं चाहते हैं।
पैचवर्क का ठेका, निर्माण कब होगा पता नहीं
आगरा-मुंबई के पुराने मार्ग स्थित कालीसिंध नदी के पुल के गड्ढों को भरने और पैंचवर्क करने सेतु निगम ने एक एजेंसी को ठेका दिया है लेकिन कब होगा इसका किसी को कोई पता नहीं? ऐसे में गड्ढों के बीच से ही एंबुलेंस, यात्री बसों और अन्य वाहन चालकों को जान जोखिम में डालकर निकलना पड रहा है। हर दिन यहां निकलने वाले वाहन चालक दहशत में है।
हादसों में गई कई लोगों की जान
कालीसिंध जर्जर पुल की सालों से मरम्मत नहीं हुई है। ऐसे में गड्ढे इतने गहरे हो चुके हैं कि गलती से गड्ढों में वाहन का पहिया उतर जाए तो हादसा होना तय है। ऐसे में यही से जान जोखिम में डालकर एंबुलेंस, सहित अन्य वाहन और बाइक चालक निकलने को मजबूर है। सबसे अधिक परेशानी बाइक चालकों को होती है। गड्ढों में बाइक अनियंत्रित होकर गिरने की संभावना रहती है साथ ही रेलिंग नहीं होने से कई हादसों में वाहन सहित लोगों सीधे नदी में जा गिरते हैं। हादसों में कई लोग अपनी जान गंवा चुके है। लेकिन कोई इन जानलेवा गड्ढों को आज तक नहीं भर पा रहे हैं।
30 जुलाई को ही मटेरियल से भरे थे गड्ढे, बारिश से फिर हुए
उल्लेखनीय है कि सेतु निगम के द्वारा कालीसिंध पुल के दोनो छोर पर विगत माह 30 जुलाई को फौरी तोर पर मटेरियल डालकर गड्ढे भरे थे जो एक सप्ताह के भीतर ही बारिश के पानी के साथ बह गया और फिर से पुल पर गड्डे हो गए और लोगों की मुसीबत बनने लगे। जबकि बारिश में इसका स्थाई समाधान होना चाहिये ताकि लोगों को दिक्कत न आए।
बारिश के बाद होगी मरम्मत
पुल की मरम्मत का कार्य बारिश के बाद किया जाएगा। रही बात एप्रोच रोड के गड्ढों की तो यह लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत आता है, उन्हें ही इसकी मरम्मत करना है।
जफर बैग मिर्जा, एसडीओ, सेतु निगम, शाजापुर।
करवा दी जाएगी मरम्मत
पुल के दोनों साइड की करीब सौ मीटर तक एप्रोच रोड सेतु निगम के अंडर में रहता है। लेकिन फिर भी आम लोगों की परेशानी को देखते हुए जल्द ही हम गड्ढों की मरम्मत कराएंगे।
दीपक कुमार, एसडीओ, लोक निर्माण विभाग, सारंगपुर।
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