सीईओ के खिलाफ अब जनपद अध्यक्ष और सदस्यों ने खोला मोर्चा।
सदस्यों के साथ धरने पर बैठे  जनपद अध्यक्ष
बोले: सीईओ की मनमानी और गड़बड़ियों पर रोक लगाने आए है एक साथ।
सचिव, रोजगार सहायक पहले ही सीईओं की कार्यप्रणाली खिलाफ मंत्री और जिला पंचायत सीईओ को दे चुके है ज्ञापन।

प्रदेश में भले ही भाजपा की सरकार हो और सारंगपुर विधायक प्रदेश में राज्यमंत्री है, लेकिन यहां भाजपा के जनपद अध्यक्ष अपनी ही जनपद पंचायत में पदस्थ सीईओ की मनमानी और गडबडियों के विरोध में आकर सारंगपुर जनपद पंचायत के जनपद सदस्यों के साथ धरने पर बैठ गए। अध्यक्ष एवं सदस्यों का आरोप था कि सीईओ की कार्यप्रणाली से पूरी जनपद के चुने जनप्रतिनिधि भी परेशान है।
दरअसल, सोमवार को सारंगपुर जनपद में जनपद सदस्यों की एक साधारण बैठक जनपद के एकल खाते में आय व्यय पर विचार, मूल कर्मचारियों के रिक्त पदों पर विचार, दुकानों की नीलामी संबंधी एजेंडे को लेकर बुलाई गयी थी। बैठक में जनपद अध्यक्ष देवनारायण नागर सहित सदस्यगण सीईओ के द्वारा वर्ष 2024-25 की कार्ययोजना में छेड़छाड करने एवं पिछली कार्ययोजना की कापी नहीं देने की बात से नाराज हो गये। जनपद अध्यक्ष श्री नागर ने अपने जपं सदस्यों को लेकर पहले निंदा प्रस्ताव पारित किया फिर उन्ही के साथ धरने पर बैठ गए। मामले में जनपद सीईओ प्रमोदकुमार सिंह ने कहा की वो चाहते है जनपद के आईडी पासवर्ड कम्प्यूटर आपरेटर को दे दिए जाए जबकि में अपने आईडी पासवर्ड का खुद उपयोग करता हूं।
सचिव और रोजगार सहायक पहले ही सीईओ की कार्यप्रणाली से है खफा
जनपद पंचायत में एक के बाद एक जपं सीईओ प्रमोद कुमार सिंह की कार्यप्रणाली से खफा होकर धरना-आंदोलन करने के लिए विवश हो रहे। पहले सचिव एवं रोजगार सहायकों ने मप्र शासन के मंत्री गौतम टेटवाल को 26 जुलाई को ज्ञापन सौंपा था और उसके बाद जिला पंचायत सीईओ महिप तेजस्वी को 30 जुलाई को ज्ञापन सौंपने जिला मुख्यालय पहुंचे थे। जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में संगठनों ने संयुक्त रुप से जपं सीईओ पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए हटाने की मांग की थी। इसके बाद अब जनपद अध्यक्ष एवं सदस्य भी सीईओ विरोध में खड़े नजर आ रहे है लेकिन शासन-प्रशासन जपं सीईओ को हटाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है जिससें भाजपा समर्थित अध्यक्ष को भी अपनी आवाज उठाने के लिए धरने का सहारा लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। धरने में जनपद उपाध्यक्ष कैलाश नागर, सदस्य मोहन रामपुरिया, फतेहसिंह राजपूत, शांतिलाल नागर, बनवारीलाल मालवीय, नदंलाल नागर, ज्योति दुर्गेश सुमानी, भागीरथ नागर, मांगीलाल नागर, ममता बाई, घनश्याम मालवीय सहित अन्य सदस्य शामिल थे। सूचना मिलने पर भाजपा नेता निर्मल जैन एवं एसडीएम संजय उपाध्याय  धरना स्थल पर पहुंचे। एसडीएम ने उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया।
क्या बोले अध्यक्ष एवं सदस्यगण
सीईओ की मनमानी इतनी बड़ चुकी है कि इनसे सचिव, रोजगार सहायक और सरपंच भी नाराज है और यह सदस्यों की भी नहीं सुन रहे है। इन्हें तत्काल जनपद से हटा देना चाहिए।
*शांतिलाल नागर, सदस्य*
सीईओ की तानाशाही से हम ही नहीं बल्कि पुरी जनपद बड़ी परेशान है। मनमानी इतनी बढ़ गई है कि कोई भी निर्णय खुद करके तीन कर्मचारियों को बाहर कर दिया, जिससें जनपद में जनता के काम नहीं हो रहे है। इसलिए हमने धरना दिया है।
*ज्योति दुर्गेश सोमानी, सदस्य*
जनपद पंचायत सीईओ प्रमोद कुमार सिंह ने 2024-25 की कार्य योजना में छेडछाड की है और आज दिनांक तक पिछली कार्य योजना की कापी नहीं दी है। हम शासन-प्रशासन से मांग करते है कि सीईओ को तत्काल हटाए।
 *बनवारीलाल मालवीय, सदस्य*

सीईओ के द्वारा मनमानी की जा रही है यह कर्मचारी एवं आमजन तथा जनप्रतिनिधियों की सुन नहीं रहे है और अपनी तानाशाही चला रहे है। सीईओ हटेगा तभी आंदोलन समाप्त करेंगे।
 **देवनारायण नागर, अध्यक्ष, जपं, सारंगपुर**।
हमारे द्वारा सदस्यों एवं अध्यक्षजी की मांग को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की गई है। प्रभारी कलेक्टर महोदय के द्वारा शासन स्तर पर समस्या को प्रेषित कर दिया है। शीघ्र ही समाधान कराने के प्रयास किए जा रहे है।
**संजय उपाध्याय, एसडीएम, सारंगपुर*।