नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी विधानसभा सीट पर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस सीट से बीजेपी के रमेश बिधूड़ी, कांग्रेस की आलका लांबा और आम आदमी पार्टी (आप) की सीएम आतिशी मार्लेना के बीच मुकाबला होगा। चुनावी माहौल को गरमाने में बीजेपी उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी की विवादित टिप्पणियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रविवार को बिधूड़ी ने प्रियंका गांधी पर विवादित बयान दे दिया, जिससे बवाल मच गया। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने बयान पर खेद जताते हुए माफी मांगी, लेकिन इसके बाद उनका दिल्ली की सीएम आतिशी पर बयान ने नई बहस शुरू कर दी। बिधूड़ी ने आतिशी के उपनाम मार्लेना को लेकर विवादित बयान दे दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि आतिशी ने अपना उपनाम बदलकर सिंह रख लिया है। बिधूड़ी ने चुनावी रैली में कहा कि वह मार्लेना से अब सिंह बन गईं। बिधूड़ी की इस बयान से दिल्ली का चुनावी माहौल गरमा गया है। आप और कांग्रेस ने बिधूड़ी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। 
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी नेताओं ने बेशर्मी की सारी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग एक महिला सीएम का अपमान सहन नहीं करेंगे और महिलाएं इसका बदला लेंगी। आप के बयान में कहा गया है कि बिधूड़ी की महिला सीएम के खिलाफ की गई टिप्पणी ने बीजेपी की महिला विरोधी मानसिकता को उजागर किया है। पार्टी ने कहा कि अगर बिधूड़ी ऐसे बर्ताव कर रहे हैं और अगर वह विधायक बनते हैं तो आम महिलाओं के साथ क्या होगा? वहीं, कांग्रेस ने भी बिधूड़ी की आलोचना की और कहा कि उनका बयान न केवल असंवेदनशील है बल्कि महिला अपमान को बढ़ावा देने वाला है।
वहीं, बिधूड़ी ने अपने बयान पर खेद जताते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी से किसी को ठेस पहुंची है तो वह माफी मांगते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग उनकी बातों का गलत अर्थ निकाल रहे हैं और राजनीतिक लाभ के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। अब सवाल यह उठता है कि क्या यह बिधूड़ी की सोची-समझी रणनीति है ताकि चुनावी चर्चाओं में बना रहे। बिधूड़ी के खिलाफ कालकाजी सीट पर दो महिलाएं मैदान में हैं, और उनका यह बयान सियासी खेल को और दिलचस्प बना रहा है।