बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा। जिले में आज सैकड़ो स्थानों पर होगा रावण दहन। पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने शांति व्यवस्था के साथ त्योहार बनाने कि की अपील।

बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा। जिले में आज सैकड़ो स्थानों पर होगा रावण दहन।
पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने शांति व्यवस्था के साथ त्योहार बनाने कि की अपील।
सत्यनारायण वैष्णव ( एडिटर इन चीफ)
प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी आज बुराई पर अच्छाई की,असत्य पर सत्य की अधर्म पर धर्म की जीत के प्रतीक के रूप में दशहरा पर्व सारंगपुर शहर सहित पूरे जिले में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। पूरे राजगढ़ जिले के शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में 500 से अधिक स्थानों पर होगा रावण दहन ।हिंदू शास्त्रों के अनुसार आज ही के दिन दिन रावण दहन और शस्त्र पूजन होता है। विजयादशमी पर्व अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि मनाया जाता है। ज्योतिषाचार्य सुनील नागर ने बताया कि हिंदू धर्म में दशहरा के पर्व का विशेष महत्व है। दशमी को ही मां दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का वध किया था, इसी दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था, इसलिए इसे विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन शस्त्रों की पूजा भी की जाती है। आज वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, सोना, आभूषण नए वस्त्र इत्यादि खरीदना शुभ होता है। वहीं पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने जिले वासियों को दशहरा पर्व पर बुराइयों को खत्म कर विजय का संदेश देते हुए नागरिकों से शांति सद्भावना के साथ दशहरा पर्व मनाने की अपील की है।
सारंगपुर में दो स्थानों पर 51- 51 फुट के रावण के पुतले का दहन। दशहरा मैदान में सुरक्षा व्यवस्था एवं नागरिकों की सुविधा को लेकर थाना प्रभारी आकांक्षा हाडा एवं नगर पालिका सीएमओ दीपक रानवे ने व्यापक इंतजाम किए हैं। वही सारंगपुर एसडीओपी अरविंद सिंह ने सारंगपुर सहित क्षेत्र के तलेन ,पचोर, लीमाचौहान थाना क्षेत्र में दशहरा मैदान पर रावण दहन पर की गई सुरक्षा व्यवस्थाओं की थाना प्रभारियों से जानकारी लेते हुए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करने के निर्देश दिए ।
दशहरा पर शुभ संयोग
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार विजयदशमी के दिन श्रवण नक्षत्र का होना बहुत शुभ होता है, ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस वर्ष इसका संयोग बन रहा है। बता दे कि श्रवण नक्षत्र 12 अक्टूबर को सुबह 5:25 मिनट से प्रारंभ होकर 13 अक्टूबर को सुबह 4:27 बजे पर समाप्त हो रहा है। इसके साथ ही कुंभ राशि में शनि का राजयोग, शुक्र और बुध लक्ष्मी नारायण योग के साथ शुक्र मालव्य नामक राजयोग का निर्माण कर रहे हैं।
दशहरा पर शस्त्र पूजन का भी विशेष महत्व। मंत्री टेटवाल करेंगे जिला पुलिस मुख्यालय पर शस्त्र पूजन
दशहरा के दिन शस्त्र पूजा करने का भी विधान है। दशहरा के दिन शस्त्र पूजा विजय मुहूर्त में की जाती है। इसी मुहूर्त में आज प्रदेश के तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार )गौतम टेंटवाल जिला मुख्यालय पर पुलिस लाइन में शस्त्र पूजन करेंगे । वहीं नागरिक रावण दहन के बाद घर लौटते हैं तो एक दूसरे को पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं देकर गले मिलते है। वहीं बहिनें भाइयों को विजय तिलक लगाकर विजय होने का आशीर्वाद देती है ।
राजगढ़ जिले के ग्राम भ्याना में रावण दहन कर दशहरा उत्सव मनाने के बाद में रात्रि में गांव के गणमान्य नागरिक एकत्रित होकर दशहरे की राम-राम करने एवं बधाई देने के लिए गांव में भ्रमण करते हैं जहां कई स्थानों पर स्वल्पाहार एवं चाय पान के साथ उनका सम्मान किया जाता है। इसके बाद सभी लोग स्थानीय खेड़ापति हनुमान मंदिर पर पहुंच कर अंताक्षरी करने के बाद समापन किया जाता है।
मांगलिक कार्यों के लिए दशहरा शुभ
दशहरा या विजयादशमी सर्वसिद्धिदायक तिथि मानी जाती है। इसलिए इस दिन सभी शुभ कार्य फलकारी माने जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दशहरा के दिन बच्चों का अक्षर लेखन, घर या दुकान का निर्माण, गृह प्रवेश, मुंडन, नामकरण, अन्नप्राशन, कर्ण छेदन, यज्ञोपवीत संस्कार और भूमि पूजन आदि कार्य शुभ माने गए हैं। विजयादशमी के दिन विवाह संस्कार को निषेध माना गया है।